उत्तराखंड में अगले साल से स्कूलों में मनाया जाएगा शौर्य दिवस

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अगले साल से प्रदेश के हरेक विद्यालय में शौर्य दिवस मनाया जाएगा। इस दिन छात्र-छात्राओं को कारगिल की लड़ाई के बारे में बताया जाएगा।

By BhanuEdited By: Publish:Thu, 26 Jul 2018 12:38 PM (IST) Updated:Fri, 27 Jul 2018 02:40 PM (IST)
उत्तराखंड में अगले साल से स्कूलों में मनाया जाएगा शौर्य दिवस
उत्तराखंड में अगले साल से स्कूलों में मनाया जाएगा शौर्य दिवस

देहरादून, [जेएनएन]: कारगिल युद्ध में उत्तराखंडी वीरों की जांबाजी के किस्से अब स्कूलों में सुनाए जाएंगे। गुरुवार को शौर्य दिवस के मौके पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अगले साल से प्रदेश के हरेक विद्यालय में शौर्य दिवस मनाया जाएगा। इस दिन छात्र-छात्राओं को कारगिल की लड़ाई व हमारे सैनिकों के पराक्रम के बारे में बताया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने वीर जवानों की शहादत को सलाम करते हुए कहा कि जब भी देश को जरूरत हुई मातृभूमि की रक्षा के लिए हमारे जवान अपना सर्वस्व अर्पण करने केलिए तैयार रहे। सेना के जवानों के शौर्य व पराक्रम से ही आज हमारी सरहदें सुरक्षित हैं। 

उन्होंने कहा कि कारगिल का युद्ध विषम परिस्थितियों में लड़ा गया था। फिर भी हमारे जवानों ने सेना ने अप्रतिम साहस व बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए दुश्मनों को खदेड़ा। कारगिल युद्ध में हमने अपने जवानों के रक्त के एक-एक कतरे का बदला दुश्मनों से लिया। विद्यार्थियों को बताया जाएगा कि यह युद्ध कैसे और किन परिस्थितियों में लड़ा गया और किस तरह से विजय हासिल की। 

सीएम ने कहा कि कारगिल की लड़ाई जब-जब याद की जाएगी, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी याद आएंगे। उन्होंने उस समय राजनैतिक इच्छाशक्ति का परिचय दिया। कारगिल का युद्ध ऐसा युद्ध था, जब हमने अपनी एक-एक इंच भूमि की रक्षा की। उन्होंने कहा कि अगली दफा यह कार्यक्रम और भव्य व सुव्यवस्थित ढंग से मनाया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि इस दिन फोटो प्रदर्शनी आदि भी आयोजित की जाए। इस बावत उन्होंने सैनिक कल्याण निदेशालय को प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले...

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा...। कुछ इसी तरह कारगिल शौर्य दिवस की 19वीं वर्षगांठ पर राजधानी में विभिन्न शहीद स्मारक पर शीश नवाने वालों का तांता लगा रहा। आम और खास, सभी ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी जांबाजी को याद किया। 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गांधी पार्क में कारगिल शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया। उन्होंने शहीदों के परिजनों और वीरता पदक से अलंकृत सैनिकों व पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। साथ ही शौर्य दिवस पर आयोजित पेटिंग प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया। सीएम ने कहा कि प्रत्येक जिले में सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिवारजनों की समस्याओं के निस्तारण के लिए एडीएम को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। 

अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सैनिकों की शिकायतों व समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। विधायक गणेश जोशी ने सरकार द्वारा सैनिकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते कहा कि सैनिक पुत्र होने के नाते मुख्यमंत्री ने सैनिकों के लिए रखी कभी किसी मांग को नहीं नकारा। 

कार्यक्रम अध्यक्ष राजपुर रोड विधायक खजान दास ने आयोजन स्थल पर टिन शेड बनाने का प्रस्ताव रखा। सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल ओपी कौशिक ने कहा कि यह सुखद बात है कि मौसम खराब होने के बावजूद भारी संख्या में लोग यहां पहुंचे हैं। यही हमारी संस्कृति भी है। रिटायर्ड ब्रिगेडियर केजी बहल ने ब्रिगेडियर (सेनि) केजी बहल ने वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर करने, दूरस्थ क्षेत्रों के पूर्व सैनिकों के ईसीएचएस कार्ड बनाने की व्यवस्था सरल करने की मांग की। सीएसडी कैंटीन में समान में कटौती व लिकर पर भारी भरकम एक्साइज ड्यूटी पर भी उन्होंने एतराज जताया। 

इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक उमेश शर्मा काऊ, हरबंस कपूर, निदेशक सैनिक सेवानिवृत ब्रिगेडियर केबी चंद, उपनल के प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर पीपीएस पाहवा,उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग संगठन के अध्यक्ष रिटायर्ड ब्रिगेडियर आरएस रावत, ले जनरल गंभीर सिंह नेगी, दीपक खंडूरी, मकानी देवी आदि मौजूद रहे।  

शौर्य दिवस पर किया पौधरोपण 

स्वदेशी जागरण मंच ने हरेला एवं कारगिल विजय दिवस पर पौधरोपण एवं सम्मान समारोह आयोजित किया। सहस्रधारा रोड स्थित अपोलो इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम का पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने शुभारंभ किया। उन्होंने स्कूल परिसर में पौधे रोपे। 

महानगर संयोजक, डॉ. सुधांशु ध्यानी ने युवाओं को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान भारत शर्मा को पर्यावरण संरक्षण एवं ग्रामीण उत्थान, सुनीता गोयल को बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ व पूर्व सैनिक हरेंद्र सिंह रावत को सम्मानित किया गया। 

मंच संचालन कवि श्रीकांत ने काव्य पाठ के साथ किया। कार्यक्रम अध्यक्ष तनवीर सिंह ने कहा की शिक्षा, शिक्षक, संस्कृति का सम्मान वास्तव में समाज का सम्मान है। 

आर्यन ने दी श्रद्धांजलि 

आर्यन संगठन के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष सोनू बिष्ट व पूर्व छात्रसंघ महासचिव सचिन थपलियाल के नेतृत्व में गांधी पार्क में दी शहीदो को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश महासचिव सतीश पंत, सूरज भट्ट, शूरवीर चौहान, ऋषभ चौहान, संदीप सेमवाल, संदीप कुकरेती, नवल, राहुल नौटियाल आदि उपस्थित थे।

यूआइएचएमटी में मनाया शौर्य दिवस 

यूआइएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज में भी शौर्य दिवस मनाया गया। संस्थान के चेयरमैन ललित जोशी ने छात्र-छात्राओं को कारगिल युद्ध से जुड़े विभिन्न तथ्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें उन शहीदों को नहीं भूलना चाहिए, जिन्होंने अपनी परवाह न करते हुए देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। 

इस दौरान छात्र-छात्राओं ने कविताओं, गीतों व संबोधन के जरिये अपने भाव प्रकट किए। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार गुरुदेव सिंह, प्रबंध निदेशक संजय जोशी, चेयरपर्सन सपना जोशी, एचओडी नीलम बमोला आदि उपस्थित रहे। 

गांधी पार्क में किया दीपदान 

शिव सैनिकों ने शौर्य दिवस पर गांधी पार्क में दीपदान किया। प्रदेश प्रमुख गौरव कुमार ने कहा कि यह दिन हमेशा भावनाओं का सैलाब लेकर आता है। गर्व व श्रद्धा का भाव उन सैनिकों के लिए जिन्होंने हंसते-हंसते देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इस दौरान जिला प्रमुख अमित कंडवाल, महानगर आशीष सिंघल, पंकज तायल, शिव नारायण आदि उपस्थित रहे। 

शहीद को अर्पित किए श्रद्धा सुमन 

ऋषिकेश में भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने शहीद मनीष थापा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। रेलवे रोड स्थित शहीद स्मारक स्थल पर युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कारगिल शहीद मनीष थापा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी। 

मोर्चा अध्यक्ष अंकित पांडे ने कहा कि कारगिल मोर्चे पर तीर्थनगरी के लाल मनीष थापा की शहादत युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। इस मौके पर शिव कुमार गौतम, शिवम शर्मा, राजेंद्र बिष्ट, दीपक बिष्ट, सतीश सिंह, मनोज गुप्ता, ललित कटारिया, अंकुर प्रजापति आदि मौजूद रहे।

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