जोगियो के नाणसा देवता मंदिर में नहीं मनेगा पांचोई मेला

चकराता जौनसार के जोगियो में प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले परंपरागत पांचोई मेले का आयोजन रद कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 09:33 PM (IST)
जोगियो के नाणसा देवता मंदिर में नहीं मनेगा पांचोई मेला
जोगियो के नाणसा देवता मंदिर में नहीं मनेगा पांचोई मेला

संवाद सूत्र, चकराता: जौनसार के जोगियो में प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले परंपरागत पांचोई मेले का आयोजन इस बार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते स्थगित कर दिया गया है। नाणसा देवता मंदिर के बजीर एवं स्याणा संदीप चौहान ने कहा कि क्षेत्र में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसलिए स्थानीय ग्रामीणों ने रायशुमारी के बाद जनहित में पांचोई मेला नहीं मनाने का अहम निर्णय लिया है। मंदिर समिति के फैसले की लोग सराहना कर रहे हैं।

जौनसार के विशलाड़ खत से जुड़े जोगियो में नाणसा देवता का प्राचीन मंदिर है। यहां लोक परंपरा के अनुसार प्रतिवर्ष 14 मई को पांचोई मेला लगता है, जिसे मनाने को विशलाड़, अठगांव और द्वार समेत तीनों खत से जुड़े करीब 40 गांवों के सैकड़ों लोग नाणसा देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। देवता के बजीर एवं स्याणा संदीप चौहान ने कहा कि बुधवार को स्थानीय ग्रामीणों ने पांचोई मेले के आयोजन के संबंध में बैठक की। इस दौरान सभी ग्रामीणों व मंदिर समिति ने रायशुमारी के बाद कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने से जनसुरक्षा के लिहाज से परपंरागत पांचाई मेला स्थगित कर दिया। लोक मान्यता के अनुसार जोगियो में विराजमान नाणसा देवता की पालकी को सालभर में एक बार पांचोई मेले के दिन मंदिर के गर्भगृह से गाजे-बाजे के साथ बाहर निकालने की परंपरा है। देवता के गर्भगृह से बाहर आने की खुशी में स्थानीय लोग पांचोईथात में जौनसारी जनजाति संस्कृति के अनुसार मेले के आयोजन करते हैं। मेले में जुटने वाले सैकड़ों लोग देव पालकी के दर्शन कर ढोल-दमोऊ की थाप पर तांदी, जैंता व रासौ नृत्य की प्रस्तुति से देवता की आराधना करते हैं। संदीप चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते जोगियो के नाणसा देवता मंदिर में वर्ष 2019 से पांचोई मेला नहीं मनाया गया। क्षेत्र में कोरोना संक्रमण खतरे के चलते यह दूसरा मौका है जब वर्ष 2020 से वर्ष 2021 में भी लगातार दो बार पांचोई मेला स्थगित करना पड़ा। पांचोई मेले के दिन देवता की परंपरागत व्यवस्था से जुड़े स्थानीय कारसेवक ही मंदिर में प्रवेश कर नाणसा देवता की विशेष पूजा-अर्चना सकेंगे। इसके अलावा किसी को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान जोगियो की प्रधान सरिता चौहान, पुजारी राजेंद्र जोशी, ठाणी अजब सिंह, मुन्ना सिंह, अक्षय आदि मौजूद रहे।

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गांव में सैनिटाइजर का छिड़काव कर बांटे मास्क

चकराता: जोगियो पंचायत की प्रधान सरिता चौहान ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चलने से बस्ती क्षेत्र में सैनिटाइजर का छिड़काव किया। इसके अलावा ग्रामीणों को कोरोना के प्रति जागरूक कर महामारी से बचने को मास्क बांटे। प्रधान सरिता चौहान ने कहा कि देखने में आया है कि पिछले कुछ समय से चकराता ब्लॉक क्षेत्र में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सभी को नियमों का पालन करना चाहिए। प्रधान ने ग्रामीणों से साफ-स्वच्छता बनाने व सावधानी बरतने को कहा।

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