स्टेशन मास्टरों ने नाइट ड्यूटी एलाउंस पर रोक का किया विरोध, भूखे रह कर रहे हैं काम

रेलवे बोर्ड ने 43600 से ऊपर वेतन वालों के नाइट ड्यूटी एलाउंस पर रोक लगाने से रेलवे के स्टेशन मास्टरों में रोष है। रेलवे से इस निर्णय को वापस लेने को मांग को लेकर देश भर में स्टेशन मास्टर 12 घंटे भूखे रहकर काम कर रहे हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 03:33 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 03:33 PM (IST)
स्टेशन मास्टरों ने नाइट ड्यूटी एलाउंस पर रोक का किया विरोध, भूखे रह कर रहे हैं काम
स्टेशन मास्टरों ने नाइट ड्यूटी एलाउंस पर रोक का किया विरोध।

देहरादून, जेएनएन। रेलवे बोर्ड ने 43,600 से ऊपर वेतन वालों के नाइट ड्यूटी एलाउंस पर रोक लगाने से रेलवे के स्टेशन मास्टरों में रोष है। रेलवे से इस निर्णय को वापस लेने को मांग को लेकर देश भर में स्टेशन मास्टर 12 घंटे भूखे रहकर काम कर रहे हैं। देहरादून रेलवे स्टेशन पर भी इसका विरोध किया जा रहा है। 

देहरादून रेलवे स्टेशन के उप स्टेशन अधीक्षक सुधांशु काला ने बताया कि रात्रि भत्ता संबंधी आदेश को लेकर स्टेशन मास्टरों में रोष है। शनिवार को स्टेशन मास्टर भूख हड़ताल पर रहकर ड्यूटी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्टेशन मास्टरों का यह आंदोलन देशभर में चल रहा है। स्टेशन मास्टरों की मांग है कि नाइट डयूटी सीमा आदेश को रद किया जाए। 

इसके साथ ही ओपन लाइन स्टाफ का पचास लाख का बीमा हो। स्टेशन मास्टर इसे लेकर आंदोलन चला रहे हैं। पूर्व में मोमबत्ती की रोशनी में स्टेशन मास्टरों ने दो घंटे कार्य कर विरोध जताया था। इसी कड़ी में शनिवार को देशभर में तमाम स्टेशन मास्टर 12 घंटे की भूख हड़ताल पर रहकर कार्य कर रहे हैं। अगर बोर्ड अपना फैसला वापस नहीं लेता है तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।

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