राजस्व उपनिरीक्षकों की संबद्धता निरस्त करने की मांग
चकराता कालसी तहसील में तैनात तीन राजस्व उपनिरीक्षकों को देहरादून सदर तहसील
संवाद सूत्र, चकराता: कालसी तहसील में तैनात तीन राजस्व उपनिरीक्षकों को देहरादून सदर तहसील में भेजने से नाराज पर्वतीय राजस्व संघ ने एसडीएम और तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया और आदेश निरस्त करने की मांग की। राजस्व संघ ने कहा कि कालसी, चकराता और त्यूणी तहसील में पहले से ही राजस्व उपनिरीक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में तीन उपनिरीक्षकों को देहरादून भेजने से यहां कुल 14 पद रिक्त हो जाएंगे। कार्मिकों की कमी से जूझ रही तीनों तहसील में एक राजस्व उपनिरीक्षक के पास दो-दो पटवारी सर्कल का अतिरिक्त प्रभार है।
बुधवार को पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उपनिरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ के जिलाध्यक्ष तिलकराम जोशी और सचिव मोतीलाल जिनाटा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल एसडीएम सौरभ असवाल और तहसीलदार रूप सिंह से मिला। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित करने के साथ कार्मिकों की समस्याएं बताई। राजस्व संघ के जिलाध्यक्ष और सचिव ने कहा कि जौनसार-बावर परगने से जुड़े कालसी तहसील में स्वीकृत राजस्व उपनिरीक्षकों के कुल 17 पदों के सापेक्ष यहां दो पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा यहां तैनात दो महिला राजस्व उपनिरीक्षक मातृत्व अवकाश पर हैं। इस समस्या के चलते दो पटवारी सर्कल पूर्ण रूप से खाली चल रहे हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने कालसी तहसील के तीन राजस्व उपनिरीक्षकों को देहरादून के सदर तहसील में भेजने के आदेश जारी किए हैं। इससे कालसी तहसील में राजस्व उपनिरीक्षकों के सात पद खाली हो जाएंगे। इसके अलावा चकराता तहसील में स्वीकृत राजस्व उपनिरीक्षकों के कुल 17 पदों के सापेक्ष पांच पद खाली पड़े हैं और सीमांत त्यूणी तहसील में स्वीकृत राजस्व उपनिरीक्षकों के कुल पांच पदों के सापेक्ष दो पद खाली चल रहे हैं। कार्मिकों की कमी से तीनों तहसील में राजस्व उपनिरीक्षक के एक दर्जन से अधिक पद खाली हैं। जौनसार परगने में कार्मिकों की कमी के चलते एक राजस्व उपनिरीक्षक के पास दो से तीन पटवारी सर्कल का अतिरिक्त प्रभार है। कामकाज के भारी बोझ तले दबे राजस्व उपनिरीक्षकों को भूलेख, प्रशासनिक व्यवस्था, निर्वाचन कार्य के अलावा पुलिस कार्य की बड़ी जिम्मेदारी है। राजस्व संघ ने जिलाधिकारी से पहाड़ की विषम भौगोलिक परस्थितियों को देखते हुए आदेश निरस्त करने की मांग की। इस मौके पर राजस्व संघ कालसी इकाई के अध्यक्ष प्यारेराम शर्मा, राजस्व उपनिरीक्षक जयलाल शर्मा, सुखदेव जिनाटा, रतिराम राजगुरु, ईश्वरदत्त शर्मा आदि मौजूद रहे।