आज सड़कों पर नहीं उतरीं रोडवेज बसें, साप्ताहिक बंदी के तहत दो दिन संचालन ठप

दून के नगर निगम क्षेत्र में लागू साप्ताहिक बंदी का असर रोडवेज बसों के संचालन पर भी पड़ गया है।शनिवार को बसों का संचालन का संचलन नहीं हो रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 27 Jun 2020 10:28 AM (IST) Updated:Sat, 27 Jun 2020 10:28 AM (IST)
आज सड़कों पर नहीं उतरीं रोडवेज बसें, साप्ताहिक बंदी के तहत दो दिन संचालन ठप
आज सड़कों पर नहीं उतरीं रोडवेज बसें, साप्ताहिक बंदी के तहत दो दिन संचालन ठप

देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए दून के नगर निगम क्षेत्र में लागू साप्ताहिक बंदी का असर रोडवेज बसों के संचालन पर भी पड़ गया है। शनिवार को देहरादून आइएसबीटी और पर्वतीय बस अड्डे से बसों का संचालन का संचलन ठप रहा। वहीं, बसों के संचालन के दूसरे दिन यानि शुक्रवार को राज्य में यात्रियों की संख्या में दोगुना इजाफा हुआ। पहले दिन गुरुवार को तकरीबन 1400 यात्रियों ने रोडवेज की बसों में सफर किया था, शुक्रवार को उनकी संख्या 3231 पहुंच गई। दूसरे दिन बसों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी कर 101 बसों का संचालन किया गया। कमाई में भी इजाफा हुआ है, लेकिन अब शनिवार और रविवार को बस नहीं चलने से कमाई कम हो सकती है।  

दरअसल, कोरोना अनलॉक के तहत सूबे में गुरुवार से रोडवेज बसों का सीमित संख्या के साथ संचालन शुरू किया गया। इस दौरान शारीरिक दूरी के साथ बसों में पचास फीसद यात्रियों को ही बैठाने के आदेश दिए गए हैं, जबकि किराया 67 फीसद अधिक लिया जा रहा। रोडवेज की ओर से गुरुवार को 93 बसें संचालित कराई गई थीं, जिसे शुक्रवार को बढ़ाकर 101 कर दिया गया। मौजूदा समय में हल्द्वानी मंडल में यात्रियों की संख्या अधिक बताई जा रही है, जबकि गढ़वाल में यात्रियों की संख्या में अभी गिरावट है। रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि पहले दिन यात्रियों में संशय था कि बसें चलेंगी या नहीं, लेकिन दूसरे दिन यात्रियों की संख्या में दोगुना वृद्धि हुई है।

आइएसबीटी दून से शुक्रवार को चलीं 28 बसें 

आइएसबीटी दून से शुक्रवार को बसों की संख्या बढ़ाकर 28 कर दी गई। गुरुवार को यहां से 20 बसें चलीं थीं। गुरुवार को प्रति बस छह यात्री के औसत से 117 यात्रियों ने सफर किया था जबकि शुक्रवार को प्रति बस आठ यात्री के औसत से 210 यात्रियों ने सफर किया। हरिद्वार की बस में सबसे अधिक 18 और विकासनगर वाली बस में 17 यात्री गए। वहीं, पर्वतीय बस अड्डे से शुक्रवार को आठ बसें चलीं। इनमें तीन बसें मसूरी गईं, जिनमें कुल 14 यात्री गए। इस दौरान उत्तरकाशी की बस में चार, बड़कोट में तीन, बीरोंखाल में छह, जोशीमठ में छह जबकि जखोल के लिए तीन यात्री ही गए। गुरुवार को एक भी यात्री न होने के कारण उत्तरकाशी की बस निरस्त करनी पड़ी थी।

रोडवेज बसों के संचालन में शुरुआत में घाटा 

शुरुआती दो दिनों में रोडवेज को भले ही बस संचालन में भारी घाटा हुआ हो लेकिन यात्रियों की संख्या में इजाफे से प्रबंधन मान रहा है कि जल्द ही यह घाटा दूर हो सकता है। गुरुवार को रोडवेज ने पांच लाख रुपये का डीजल खर्च किया जबकि कमाई करीब दो लाख रुपये रही। शुक्रवार को रोडवेज ने तकरीबन साढ़े पांच लाख रुपये का डीजल खर्च किया जबकि कमाई 3.47 लाख रुपये रही।

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हल्दावनी-पिथौरागढ़ बस सेवा रही पैक 

हल्द्वानी-पिथौरागढ़ बस सेवा शुक्रवार को पैक हो गई। निर्धारित संख्या से तीन यात्री ज्यादा हो गए। रोडवेज अधिकारियों ने इन तीनों यात्रियों को सफर करने से रोक दिया गया और उन्हें शनिवार का टिकट दिया। 

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