Rishikesh-Karnprayag Rail Project: पिछले वर्ष कई मील के पत्थर किए हासिल, अब नए साल में नई इबारत लिखने को तैयार

Rishikesh-Karnprayag Rail Project प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वप्निल रेल परियोजना पर तेजी से काम जारी है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में वर्ष 2023 बेहद महत्वपूर्ण होगा। पूरी परियोजना की बात करें तो अब तक परियोजना पर 35 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

By Durga prasad nautiyalEdited By: Publish:Fri, 20 Jan 2023 09:29 AM (IST) Updated:Fri, 20 Jan 2023 09:29 AM (IST)
Rishikesh-Karnprayag Rail Project: पिछले वर्ष कई मील के पत्थर किए हासिल, अब नए साल में नई इबारत लिखने को तैयार
Rishikesh-Karnprayag Rail Project: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में वर्ष 2023 बेहद महत्वपूर्ण।

दुर्गा नौटियाल, ऋषिकेश: Rishikesh-Karnprayag Rail Project: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में वर्ष 2023 बेहद महत्वपूर्ण होगा।

विगत वर्ष रेल परियोजना ने कई मील के पत्थर हासिल किए थे, जिनमें चार जगह रेल सुरंगों को (ब्रेक थ्रो) आरपार कर रेल विकास निगम ने कामयाबी हासिल की थी। मगर, इस वर्ष रेल विकास निगम ने 16 से 20 स्थानों पर सुरंगों को आरपार करने का लक्ष्य रखा है।

रेल परियोजना पर तेजी से काम जारी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वप्निल रेल परियोजना पर तेजी से काम जारी है। 16216 करोड़ की लागत से बन रही ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर अब तक 10748.29 करोड़ रुपये खर्च हो चुका है। पूरी परियोजना की बात करें तो अब तक परियोजना पर 35 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 125 किमी लंबी इस परियोजना में 104 किमी रेल लाइन 17 सुरंगों से होकर गुजरेगी। इन 17 सुरंगों के अलावा परियोजना पर 12 निकास सुरंगों के अलावा एडिट और क्रास पैसेज भी हैं, जिन्हें मिलाकर सुरंगों की कुल लंबाई 213 किमी है।

कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर अब तक सभी सुरंगों में कुल 86 किमी की खोदाई पूरी हो चुकी है। रेल विकास निगम ने इन सुरंगों की खोदाई के लिए कुल 44 फेज पर काम शुरू किया था, जिनमें से चार फेज में सुरंगों की खोदाई का काम पूरा हो चुका है। यानी चार जगह सुरंगें आरपार हो चुकी हैं।

वर्तमान में 40 फेज में सुरंगों की खोदाई का काम जारी है। रेल विकास निगम इस वर्ष रेल परियोजना में 16 से 20 सुरंगें आरपार हो जाएंगी। रेल विकास निगम की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि परियोजना का कार्य बेहद तेजी से गतिमान है। हम सभी लक्ष्यों को तय समय पर प्राप्त कर रहे हैं। इस वर्ष हम कर्णप्रयाग रेल परियोजना को नए मुकाम तक पहुंचाने में सफल रहेंगे।

अटाली में होंगे सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम

मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अंतर्गत व्यासी सुरंग के समीप अटाली गांव में अब भू-धंसाव पूरी तरह नियंत्रण में है। अटाली गांव को अब कोई खतरा नहीं है। अटाली गांव की सुरक्षा के लिए सात मीटर ऊंची और 10 मीटर चौड़ी सुरक्षा दीवार बनाई गई है। उन्होंने बताया कि व्यासी सुरंग के फेस को अब 30 मीटर आगे तक ले जाया जा रहा है। उसके बाद संबंधित स्थान पर मिट्टी भर दी जाएगी।

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