थडिया, चौफला और तलवार नृत्य की प्रस्तुति ने समा बांधा

देहरादून-रिखणीखाल विकास समिति के मिलन कार्यक्रम में पहाड़ के थडिया, चौफला आदि नृत्यों से कलाकारों ने समा बांध दिया। इस दौरान क्षेत्र के विकास के लिए फल वैली के प्लान को धरातल पर उतारने पर जोर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jan 2019 07:45 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jan 2019 07:45 PM (IST)
थडिया, चौफला और तलवार नृत्य की प्रस्तुति ने समा बांधा
थडिया, चौफला और तलवार नृत्य की प्रस्तुति ने समा बांधा

जागरण संवाददाता, देहरादून: देहरादून-रिखणीखाल विकास समिति के मिलन कार्यक्रम में पहाड़ के थडिया, चौफला और तलवार नृत्य की शानदार प्रस्तुति पर दर्शक मंत्रमुग्ध हुए। इस दौरान पलायन पर चिंता जताते हुए फल वैली को धरातल पर उतारने पर जोर दिया गया। ताकि लोग अपने पहाड़ और माटी की तरफ लौट आएं। इसके लिए समिति जल्द रणनीति तैयार करेगी।

मोथरोवाला रोड स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में रविवार को रिखणीखाल ब्लॉक के लोगों का मिलन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाले लोग शामिल हुए। इस मौके पर दून में निवास कर रहे क्षेत्र के युवाओं ने विलुप्त होती पहाड़ की संस्कृति और परंपराओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। इसमें पहाड़ के थडिया नृत्य, चौफला और युद्ध की तैयारी के दौरान होने वाले तलवार नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यूसैक के निदेशक डॉ. एमपीएस बिष्ट ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए इस तरह के कार्यक्रम जरूरी हैं। इससे हमारी परंपराएं और संस्कृति समृद्ध होगी। उन्होंने कहा कि राजधानी में रहकर हमें अपने गांव और कस्बों के विकास के लिए कुछ समय निकालना होगा। उन्होंने रिखणीखाल ब्लॉक के 81 गांव की समस्याओं के निराकरण को लेकर जल्द प्लान तैयार किया जाएगा। इस मौके पर एमडीडीए के संयुक्त सचिव शैलेंद्र सिंह नेगी, राम सिंह बिष्ट, सीएस बिष्ट, किशना बगोट, गोपाल गुसाई, यशपाल उनियाल, देवेश, आनंद सिंह रावत, श्याम सिंह गुसाई, आदि मौजूद रहे। खूब बिके स्थानीय उत्पाद

मिलन कार्यक्रम में पहाड़ के उत्पाद मडुवा, झंगोरा, भट्ट, भांग के बीज समेत अन्य को लोगों ने हाथोंहाथ खरीदा। इसके लिए दून में काम करने वाले युवाओं ने स्टाल लगाए थे। इन उत्पादों पर जिनकी भी नजर पड़ी, उन्होंने जरूरी खरीदे।

chat bot
आपका साथी