मन में न पालें अहंकार, समान भाव से करें कार्य: राजनाथ सिंह

मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में 92 वें फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षुओं को नसीहत देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मन में कभी अहंकार न आने दें।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 29 Sep 2017 11:21 AM (IST) Updated:Fri, 29 Sep 2017 08:46 PM (IST)
मन में न पालें अहंकार, समान भाव से करें कार्य: राजनाथ सिंह
मन में न पालें अहंकार, समान भाव से करें कार्य: राजनाथ सिंह

देहरादून, [जेएनएन]: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में 92 वें फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षुओं से कहा कि वे मन में अहंकार न आने दें। अहंकार व्यक्ति को हमेशा बर्बाद कर देता है।  

तीन दिवसीय उत्तराखंड प्रवास के दौरन केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रशिक्षुओं से कहा कि वे भविष्य में कमिश्नर और डीएम बनेंगे। एक बात याद रखना कि कभी मन में अहंकार न आए। उन्होंने प्रशिक्षुओं को समान भाव से काम करने और सभी का आदर करने की नसीहत भी दी। 

उन्होंने कहा कि रावण ज्ञानी था, लेकिन अहंकारी हो गया। अहंकार पैदा होते ही व्यक्ति के पतन का कारण बनता है। आज नहीं तो कल, अहंकार का परिणाम अहंकारी को भुगतना पड़ता है। 

अकादमी के संपूर्णानंद सभागार में प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आपातकाल के दौरान जेल में बिताए गए दिनों को याद किया और कहा कि उस कठिन दौर में भी उनका लोकतंत्र पर अडिग विश्वास था। 

भाजपा कार्यकर्ताओं से की भेंट 

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मसूरी के केंद्रीय विद्यालय पोलो ग्राउंड में भाजपा कार्यकर्ताओं से भेंट की। इस दौरान भाजपा विधायक गणेश जोशी ने मसूरी भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं से उनका परिचय कराया। साथ ही उन्हें केदारनाथ की प्रतिकृति भी भेंट की। 

जवानों के साथ मनाऊंगा दशहरा 

मसूरी में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह उत्तराखंड के सीमांत गावो का निरीक्षण करने जा रहे हैं। साथ ही चमोली में आइटीबीपी की अग्रिम सीमांत चौकियों पर तैनात जवानों से मिलेंगे। दशहरा भी जवानो के साथ ही मनाएंगे। रिहिंग्या मुसलमानों से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर सरकार का स्टैंड आ चुका है।  इसमें बार बार कहने का कोई फायदा नहीं।

बदरीनाथ पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री 

गृह मंत्री मसूरी से हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ पहुंच गए। यहां वह माणा स्थित आइटीबीपी कैंप पहुंचे। यहां वह जहां वह आइटीबीपी अधिकारियों के साथ सीमा सुरक्षा को लेकर बैठक लेंगे। 

30 सितंबर को चमोली जनपद के रिमखिम और फिर पिथौरागढ़ के लपथल जाकर सैन्य अफसरों के साथ सुरक्षा संबंधी बैठक करेंगे। एक अक्तूबर को केदारनाथ के दर्शन करने के बाद वह वापस लौट जाएंगे।

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