परिवहन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन
जौनसार-बावर में बसों की कमी से जूझ रहे लोगों का गुस्सा बुधवार को फूटा, लोगों ने खटारा बसों के संचालन पर रोष जताते हुए क्षेत्र में रोडवेज की बसों को चलाने की ामंग की।
संवाद सूत्र, त्यूणी: जौनसार-बावर में बसों की कमी से जूझ रहे लोगों का गुस्सा बुधवार को सड़क पर फूटा। तंत्र की बेरुखी से नाराज लोगों ने परिवहन विभाग के खिलाफ क्वांसी बाजार में विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में संचालित पुरानी खटारा बसों को बंद करने व ओवरलो¨डग रोकने की मांग की। कहा पर्वतीय रूट पर पुरानी बसों का संचालन होने व ओवरलो¨डग के चलते सड़क हादसे में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। लोगों ने क्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर जनता की सुविधा को रोडवेज की बीस नई बसें चलाने की मांग की।
राज्य गठन के बाद से जौनसार-बावर में सार्वजनिक परिवहन सेवा की कमी से लोग जूझ रहे है। लचर यातायात व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार को चकराता ब्लॉक के क्वांसी बाजार में फूट पड़ा। तंत्र की बेरुखी से नाराज लोगों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष सूर्यपाल चौहान की अगुआई में परिवहन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला। गुस्साए लोगों ने परिवहन विभाग अधिकारियों पर जौनसार-बावर की अनदेखी का आरोप लगाते हुए क्वांसी में विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा दो लाख की आबादी वाले जौनसार-बावर के रूटों पर मुश्किल से रोडवेज की चार बसें चल रही है। इसके अलावा क्षेत्र में संचालित प्राईवेट बसों की हालात काफी खराब है। प्रदर्शनकारियों ने कहा जिम्मेदारों की उदासीनता से जौनसार-बावर के पर्वतीय मार्गों पर पुरानी खटारा बसें चलाई जा रही है। सार्वजनिक परिवहन सेवा की कमी से जनजाति क्षेत्र में ओवरलो¨डग सबसे बड़ी समस्या है। व्यापार मंडल अध्यक्ष सूर्यपाल चौहान व सामाजिक कार्यकर्ता शूरवीर डोभाल ने कहा राज्य गठन के बाद से क्षेत्र की यातायात व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया। जिससे सैकड़ों लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। बसों की कमी के चलते सैकड़ों लोग छोटे लोडर वाहनों में जोखिमभरा सफर करने को मजबूर है। प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में संचालित पुरानी खटारा बसों का संचालन तुरंत बंद करने व ओवरलो¨डग रोकने की मांग की। कहा खटारा बसों के संचालन व ओवरलो¨डग की समस्या से क्षेत्र में हुए दर्जनों सड़क हादसे में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। लोगों ने जौनसार-बावर परगने के त्यूणी, कालसी, चकराता, क्वांसी, लाखामंडल, गोराघाटी, कथियान, दारागाड़-केराड़, चिल्हाड़, सावड़ा, अटाल, हनोल, रायगी, बुल्हाड़, लखवाड़-नागथात, कोटी-क्वानू, पजिटीलानी व कांडोई-भरम समेत क्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर रोडवेज की बीस नई बसें चलाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में स्याणा विजय ¨सह चौहान, मुन्ना ¨सह, गुलाब ¨सह, शैलेंद्र ¨सह, धूम ¨सह चौहान, प्रभूराज, प्रताप ¨सह, श्याम ¨सह, नरेंद्र, भगतराम, दौलत ¨सह व चंदन राणा आदि शामिल रहे।