बदहाल शहीद मार्ग की हालत सुधारने को किया प्रदर्शन

चकराता सीमांत त्यूणी बाजार से सटे बंगाण क्षेत्र की तीन पंचायतों को जेपीआरआर हाईवे से जोड़ने वाला शहीद दिनेश रावत मोटर मार्ग की हालत खस्ता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Mar 2021 12:02 AM (IST) Updated:Sun, 14 Mar 2021 12:02 AM (IST)
बदहाल शहीद मार्ग की हालत सुधारने को किया प्रदर्शन
बदहाल शहीद मार्ग की हालत सुधारने को किया प्रदर्शन

संवाद सूत्र, चकराता: सीमांत त्यूणी बाजार से सटे बंगाण क्षेत्र की तीन पंचायतों को जेपीआरआर हाईवे से जोड़ने वाले कारगिल शहीद दिनेश रावत मोटर मार्ग की हालत खराब है। सड़क कटिग के बाद से मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज स्थानीय ग्रामीणों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। कहा कि पिछले एक दशक से बदहाल मार्ग की हालत सुधारने की मांग की जा रही है, लेकिन कोई इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द मार्ग पर डामरीकरण नहीं किया गया तो वह धरना-प्रदर्शन को बाध्य होंगे।

सीमावर्ती बंगाण क्षेत्र की तीन पंचायतें किरोली, मैंजणी-गमरी व भूटाणू पंचायत से जुड़े नौ गांवों की करीब तीन हजार आबादी को त्यूणी बाजार और जेपीआरआर हाईवे से जोड़ने वाले शहीद दिनेश मार्ग पिछले दस वर्षों से सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है। वर्ष 2007-8 में स्वीकृत हुए इस मार्ग के सड़क कटिग कार्य की शुरुआत हुई थी। 18 किमी लंबे इस मार्ग का सड़क कटिग कार्य वर्ष 2011 में पूर्ण हो गया, लेकिन डामरीकरण नहीं किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कहा कि तत्कालीन राज्य सरकार ने इस मार्ग को कारगिल शहीद दिनेश रावत का नाम देकर निर्माण की घोषणा की, लेकिन इस दिशा में दशक बीत गए बेहतर पहल नहीं हुई। मार्ग की बदहाली के कारण आवाजाही में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 18 किमी लंबे इस मार्ग का सफर तय करने में ग्रामीणों को चार से पांच घंटे का समय लग रहा है। ग्रामीणों ने सड़क की हालत सुधारने व शहीद दिनेश मार्ग को आरटीओ से पास कराने की भी मांग की, जिससे स्थानीय जनता व कृषकों को आवाजाही में सड़क सुविधा का लाभ मिल सके। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को 20 मार्च तक का समय दिया है। इस दौरान किरोली की प्रधान प्रमिला चौहान, भूटाणू की प्रधान रेखा, मैंजणी के प्रधान संदीप रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य रघुवीर सिंह, सामाजिक कार्यकत्र्ता परमेश्वरी रावत, अरुण रावत, मोहन विशाल, अमर सिंह रावत, चमन सिंह, संदीप आदि शामिल रहे।

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इंसेट:

सड़क डामरीकरण को बजट की दरकार:

बंगाण क्षेत्र के मैंजणी-गमरी निवासी शहीद दिनेश रावत वर्ष 1997 को गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। वर्ष 1999 में भारत व पाकिस्तान के बीच छिड़े कारगिल युद्ध के दौरान वह दुश्मनों से लोहा लेते हुए मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद हो गए। सरकार ने शहीद के नाम पर मोटर मार्ग की घोषणा कर इतिश्री कर दी। प्रथम चरण के सड़क कटिग कार्य निपटने से कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग खंड पुरोला ने कुछ समय पहले मार्ग के सुधारीकरण और डामरीकरण को करीब 12 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए शासन को भेजा था। बजट की कमी से लोनिवि पुरोला ने मार्ग को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में शामिल कराने की कार्रवाई की, लेकिन इन दोनों सूरत में शहीद दिनेश मार्ग के डामरीकरण की कार्रवाई इससे आगे नहीं बढ़ी। अब विभागीय अधिकारी बजट की कमी का रोना रो रहे हैं।

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