ज्वेलर लूटकांड में पुलिस को मिले अहम सुराग, पढ़िए पूरी खबर

ज्वेलर्स के यहां लूटपाट मामले में पुलिस को बदमाशों के बारे में अहम सुराग हाथ लग गए हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो मामले का एक-दो दिन में खुलासा हो सकता है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 09:08 AM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 09:08 AM (IST)
ज्वेलर लूटकांड में पुलिस को मिले अहम सुराग, पढ़िए पूरी खबर
ज्वेलर लूटकांड में पुलिस को मिले अहम सुराग, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। नेहरू कॉलोनी के सरस्वती विहार में सोमवार को ज्वेलर्स के यहां लूटपाट मामले में पुलिस को बदमाशों के बारे में अहम सुराग हाथ लग गए हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो मामले का एक-दो दिन में खुलासा हो सकता है।

विदित है कि सोमवार को बाइक सवार तीन हथियारबंद नकाबपोश बदमाशों ने सरस्वती विहार स्थित सुबोध रस्तोगी निवासी केदारपुर की सिद्धार्थ ज्वेलर्स नाम से दुकान को निशाना बनाते हुए दस लाख रुपये के जेवरात लूट लिए थे। वारदात को दोपहर 12.30 बजे के करीब अंजाम दिया गया था। उस वक्त उनकी पत्नी लवी रस्तोगी अपने दो साल के बच्चे के साथ दुकान पर बैठी थीं। एक बाइक से पहुंचे तीनों बदमाशों ने हेलमेट लगाने के साथ नकाब भी पहन रखा था।

वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग के तहत एक बदमाश दुकान के बाहर बाइक के पास रुक गया, जबकि अन्य दो हेलमेट पहने हुए दुकान में दाखिल हुए। लवी ने अंदर घुसे बदमाशों को जब हेलमेट उतारने को बोला तो उसमें से एक ने पिस्टल निकाल कर लवी पर तान दी। जिसके बाद वह काउंटर में रखे गहने बैग में भरकर फरार हो गए थे। मामले में बदमाशों की धड़कपड़ के लिए पुलिस टीमों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश रवाना किया गया है। बताया जा रहा है कि बदमशों के बारे में पुलिस टीमों को अहम सुराग हाथ लग चुक हैं। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि फिलहाल बदमाशों को गिरफ्तार तो नहीं कि या जा सका है, लेकिन उनके बारे में पुख्ता जानकारी हासिल हो चुकी है। जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

हाईप्रोफाइल लूट में 12 दिन बाद भी रकम और बैग बरामद नहीं

हाईप्रोफाइल लूटकांड मामले में 12 दिन बाद भी पुलिस न तो लूट की रकम बरामद कर पाई है और न ही बैग। वर्तमान में जांच टीम का पूरा फोकस इसी पर है, लेकिन आरोपित पुलिस कर्मियों से कई बार पूछताछ के बाद भी अभी तक पुलिस रकम तक नहीं पहुंच सकी है। जबकि, आरोपितों को सजा दिलाने के लिए यही दो चीजें महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या रकम और बैग बरामद करने में पुलिस हीलाहवाली तो नहीं कर रही है। आइजी की गाड़ी में सवार होकर प्रॉपर्टी डीलर से लूटपाट करने के मामले को पूरे 12 दिन से अधिक का समय हो चुका है। चार अप्रैल को प्रॉपर्टी डीलर के साथ लूट हुई थी, जबकि सात अप्रैल को प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पंवार ने मामले में पुलिस ने शिकायत की थी।

जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने आरोपित तीन पुलिस कर्मियों दरोगा दिनेश नेगी, सिपाही हिमांशु उपाध्याय और मनोज अधिकारी के साथ ही साजिश कांग्रेसी नेता अनुपम शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। हाईप्रोफाइल इस मामले में भले ही तीनों पुलिस कर्मियों और कांग्रेसी नेता को जेल तो भेज दिया गया है, लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस पूरी तरह से खाली हाथ है। क्योंकि, मामले में न तो पुलिस अभी तक लूटी रकम जो एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है और जिस बैग में रकम दी गई थी उसे बरामद कर पाई है। जबकि इस मामले में पुलिस कई बार आरोपित पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर चुकी है। गुरुवार को भी बैग और रकम के लिए पुलिस दबिश देती रही, लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई पता लगाने में पुलिस नाकाम रही है। डीआइजी रिधिम अग्रवाल ने कहा कि बैग और रकम बरामदी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही रकम और बैग बरामद कर लिया जाएगा।

पर्स लूट मामले में भी आरोपित की हुई पहचान

राजपुर रोड पर केएफसी के सामने दारोगा की मां से हुई पर्स लूट में भी पुलिस को अहम सुराग हाथ लग गया है। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में पर्स लूटने वाले की पहचान हो चुकी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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