तड़फ रहे बीमार, नहीं मिल रहा उपचार

By Edited By: Publish:Sat, 23 Aug 2014 09:39 PM (IST) Updated:Sat, 23 Aug 2014 09:39 PM (IST)
तड़फ रहे बीमार, नहीं मिल रहा उपचार

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: आपदाग्रस्त यमकेश्वर ब्लॉक के गांवों में एक सप्ताह बाद भी सड़कें व रास्ते न खुलने के कारण गांवों में कैद लोगों की दुस्वारियां बढ़ती जा रही हैं। गांवों में कई लोग बीमार हैं जिन्हें न तो उपचार ही मिल पा रहा है और न ही उन्हें अस्पताल पहुंचाने का कोई साधन है।

14/15 अगस्त को यमकेश्वर क्षेत्र में आई आपदा ने लोगों को दोहरी मुसीबत में डाल दिया है। एक ओर क्षेत्र में खाद्यान्न और पेयजल का संकट गहराने लगा है तो दूसरी ओर, अब बीमारियां भी पांव पसारने लगी हैं। यहां सरकारी अस्पतालों की दशा भी खराब हैं कहीं चिकित्सक व चिकित्सा कर्मी ही नहीं हैं तो कहीं दवा और उपचार की कोई सुविधा नहीं है। मागथा न्याय पंचायत की ग्रामसभा घाईखाल में मरीजों की संख्या बढ़कर एक दर्जन पहुंच गई है। यहां तीन महिलाओं की तबीयत इस कदर बिगड़ गई है कि उन्हें जल्द उपचार की जरूरत है। घाईखाल से राजकीय चिकित्सालय भरपूर सबसे नजदीक है, लेकिन यहां चिकित्सक ही नहीं हैं। दूसरी ओर तेरह किलोमीटर दूर पोखरखाल व इतनी ही दूरी पर मोहनचट्टी राजकीय चिकित्सालय हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों ने सिगड्डी निवासी बुद्धी देवी को तबियत बिगड़ने पर पोखरखाल तो पहुंचा दिया, लेकिन यहां दाव व जरूरी उपकरण उपलब्ध न होने के कारण अभी तक उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। ग्राम प्रधान घाईखाल शशि देवी व कृष्णा सिंह ने बताया कि आसपास के गांवों में भी यही हालात हैं। प्रत्येक गांव में पांच से दस लोग बीमार हैं, जिन्हें उपचार नहीं मिल पा रहा है। मोटर व संपर्क मार्ग बंद होने के कारण बीमारों को कहीं ले जाना भी संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक मदद यहां नहीं पहुंच पाई है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां नहीं पहुंचती तो हालात और भी खराब होने की आशंका है। आपदा प्रभावित अन्य क्षेत्रों में भी बीमारों की बढ़ती संख्या परेशानी का कारण बनी हुई है।

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