दून अस्पताल में लगी नई एमआरआइ मशीन

दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में नई एमआरआइ मशीन स्थापित कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आचार संहिता लगने से एक घंटा पहले एमआरआइ यूनिट का उद्घाटन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Jan 2022 07:51 PM (IST) Updated:Sat, 08 Jan 2022 07:51 PM (IST)
दून अस्पताल में लगी नई एमआरआइ मशीन
दून अस्पताल में लगी नई एमआरआइ मशीन

जागरण संवाददाता, देहरादून : दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में नई एमआरआइ मशीन स्थापित कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आचार संहिता लगने से एक घंटा पहले एमआरआइ यूनिट का उद्घाटन किया। पहले मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को शाम पाच बजे यूनिट की शुरुआत करनी थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता को देखते हुए कार्यक्रम में फेरबदल किया गया और इसे वर्चुअली किया गया। मुख्यमंत्री कार्यक्रम से नहीं जुड़े। उन्होंने सुबह ही ट्वीट कर कोरोना की वजह से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहने की सूचना दी थी।

दून अस्पताल में एमआरआइ जाच करीब दो साल से ठप है। अस्पताल प्रशासन ने नई मशीन आने तक ठेके पर निजी लैब से एमआरआइ कराए जाने की पहल की थी, लेकिन दरें कम होने के कारण किसी भी लैब ने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई। अस्पताल में एमआरआइ की सुविधा नहीं होने से मरीजों को खासी परेशानी हो रही है। खासकर, विभिन्न हादसों और हड्डी रोग और न्यूरो संबंधी मरीजों को। निजी केंद्रों में एमआरआइ जाच आठ से दस हजार रुपये में होती है, जबकि दून अस्पताल में साढ़े तीन हजार में हो रही है। पूर्व में अस्पताल में रोजाना 20 से 25 एमआरआइ की जाती थीं। आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को निश्शुल्क एमआरआइ जाच की सुविधा मिलती है।

एमआरआइ प्रभारी महेंद्र भंडारी ने बताया कि जाच शुरू होने में अभी करीब 15 दिन का वक्त लगेगा। कुछ तकनीकी काम और ट्रायल बाकी है, जिसके बाद जाच शुरू कर दी जाएगी। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने कहा कि एमआरआइ जाच शुरू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। इस अत्याधुनिक मशीन से दिल का हाल भी पता लग सकेगा। मशीन से एंजियोग्राफी की भी सुविधा मिलेगी। वहीं, किसी व्यक्ति में यदि इंप्लाट (राड) लगा है, तब भी एमआरआइ की जा सकेगी। कम समय में मशीन स्थापित होने पर उन्होंने रेडियोलाजी टीम की सराहना की।

इस दौरान राजपुर रोड विधायक खजान दास, महापौर सुनील उनियाल गामा, चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत, डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री, डा. सुशील ओझा, डा. अनुराग अग्रवाल, डा. नारायणजीत सिंह, डा. दौलत, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अशोक राज उनियाल, सीपीआरओ महेंद्र भंडारी आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी