शीशमबाड़ा पर तकरार, एक अगस्त से वहीं डालेंगे कूड़ा

जागरण संवाददाता, देहरादून: नगर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना रही रैमकी इन्वायरो कं

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Jul 2017 03:01 AM (IST) Updated:Sun, 23 Jul 2017 03:01 AM (IST)
शीशमबाड़ा पर तकरार, एक अगस्त से वहीं डालेंगे कूड़ा
शीशमबाड़ा पर तकरार, एक अगस्त से वहीं डालेंगे कूड़ा

जागरण संवाददाता, देहरादून: नगर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना रही रैमकी इन्वायरो कंपनी पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। महापौर विनोद चमोली ने शनिवार को नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि यदि कंपनी ने एक अगस्त से प्लांट में कूड़ा लेने से इन्कार करे तो कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाए। नगर निगम में इस संबंध में हुई बैठक के दौरान कंपनी के प्रतिनिधियों व निगम अफसरों में जमकर तकरार हुई। महापौर ने स्पष्ट कहा कि एक अगस्त से कूड़ा शीशमबाड़ा प्लांट में ही डंप किया जाएगा, चाहे जो हो।

महापौर ने पिछले माह शीशमबाड़ा में निर्माणाधीन प्लांट का निरीक्षण किया था तो उसमें रैमकी कंपनी की पोल खुल गई थी। सुप्रीम कोर्ट एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के बावजूद 31 जुलाई तक प्लांट बनकर तैयार नहीं हो पाएगा। अभी प्लांट चालू होने में तीन से चार माह और लग सकते हैं। अभी तक न तो पिलर खड़े हुए हैं, न कूड़े के चेंबर ही बने। कंपनी अधिकारी निगम से तीन माह की छूट मांग रहे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर निगम छूट देने को राजी नहीं हैं। कंपनी अधिकारी तर्क दे रहे हैं कि कंपनी को कूड़ा डंप कराने से पहले पीसीबी की क्लीयरेंस लेनी होगी, लेकिन इन हालात में क्लीयरेंस नहीं मिल सकती। वहीं, डोर-टू-डोर कूड़ा उठान और शीशमबाड़ा प्लांट तक कूड़े को पहुंचाने के लिए होने वाले टेंडर को लेकर शनिवार को निगम अधिकारियों ने कंपनियों के प्रतिनिधियों संग बैठक कर जानकारी दी। इसमें यह बताया गया कि निगम की कितनी गाड़ियां इस काम में लगी हैं और आगे कैसे काम होना है।

सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी के लिए जवाब हो रहे तैयार

ट्रेंचिंग ग्राउंड शिफ्ट करने और प्लांट की प्रगति पर छह अगस्त को एनजीटी व आठ अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। ऐसे में दोनों अदालतों में निगम का पक्ष रखने के लिए विधिक राय लेकर जवाब तैयार हो रहे हैं। इसमें उन सभी नोटिस की प्रति भी शामिल हैं, जो प्लांट निर्माण की गति सुस्त होने पर निगम की ओर से कंपनी को दिए गए। दरअसल, अगर एक अगस्त से कूड़ा सहस्रधारा रोड पर डंप किया गया तो यह सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का मामला बन जाएगा।

कूड़ेदान किए वितरित

निगम की ओर से शहर में आमजन के लिए प्लास्टिक के कूड़ेदान मंगाए गए हैं। इसी क्रम में सबसे पहले महापौर व नगर आयुक्त ने निगम अधिकारियों व कर्मियों को शनिवार को कूड़ेदान दिए। दूसरे चरण में पार्षदों व इसके बाद कॉलोनियों में यह वितरित किए जाएंगे।

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कूड़ा एक अगस्त से शीशमबाड़ा में ही डंप होगा। भले ही निस्तारण की कार्रवाई एक अगस्त से न शुरू हो। यदि कंपनी ने कूड़ा लेने से इन्कार किया तो निश्चित ही उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज होगी।

-विनोद चमोली, महापौर

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