रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक दिन में लगेंगे डेढ़ लाख पौधे

रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने को जुलाई माह में एक ही दिन में डेढ़ लाख पौधे लगाएंगे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 07 Apr 2018 06:39 PM (IST) Updated:Sun, 08 Apr 2018 02:26 PM (IST)
रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक दिन में लगेंगे डेढ़ लाख पौधे
रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक दिन में लगेंगे डेढ़ लाख पौधे

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने को जुलाई माह में एक ही दिन में डेढ़ लाख पौधे लगाएंगे। पौधे लगाने के लिए गड्ढे खोदने का कार्य पांच मई से शुरू होगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस मिशन में वन विभाग, इको टास्क फोर्स, सिंचाई विभाग के साथ ही जन सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने शुक्रवार को सचिवालय में रिस्पना नदी में वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि रिस्पना नदी के स्रोत शिखर फॉल और राजपुर हेड से यह कार्य शुरू किया जाएगा। रिस्पना नदी के क्षेत्र को हेड से टेल तक ब्लॉकों में बांटा गया है। कार्य की सुविधा के लिए सब ब्लॉक भी बनाए गए हैं। नदी की सफाई और झाडिय़ों की कटाई का कार्य प्रारंभ हो चुका है।

75 हजार एकड़ क्षेत्रफल में 25 हजार एकड़ भाग पहुंच में है। शेष 50 हजार एकड़ दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र है। सभी स्थानों पर पौध रोपण के लिए कार्ययोजना बना ली गई है। वन विभाग और इको टास्क फोर्स को डेढ़ लाख पौधों की व्यवस्था करने को कहा गया है। इनमें न्यूनतम 50 हजार फलों के पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे आम, बेल, आंवला व जामुन आदि के होंगे। इससे जंगली जानवरों को खाने के लिए फल जंगल में ही मिल सकेंगे। इससे मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने में मदद मिलेगी।

मुख्य सचिव ने इस कार्य में विभिन्न संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं व विद्यार्थियों का सहयोग लेने के निर्देश भी दिए। बैठक में सिंचाई प्रमुख सचिव आनंदबद्र्धन, पेयजल सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी, देहरादून के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन, नगर आयुक्त विजय जोगदंड, वीसी एमडीडीए आशीष श्रीवास्तव, वन संरक्षक पीके पात्रों, इको टास्क फोर्स के मेजर करन, मैड संस्था के अभिजय नेगी मौजूद थे।

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