Uttarakhand Weather Update: छह अक्‍टूबर के बाद उत्तराखंड से मानसून की विदाई का दौर शुरू

मौसम विभाग के अनुसार उत्‍तराखंड से मानसून की विदाई छह अक्‍टूबर से शुरू हो जाएगी। वहीं आगले दो दिन सूबे के सात जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है। बारिश के कारण पहाड़ों में भूस्‍खलन से मार्ग बाधित हो रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 08:51 AM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 08:51 AM (IST)
Uttarakhand Weather Update: छह अक्‍टूबर के बाद उत्तराखंड से मानसून की विदाई का दौर शुरू
उत्तराखंड से मानसून की विदाई छह अक्टूबर के बाद होने की उम्मीद है

जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड से मानसून की विदाई छह अक्टूबर के बाद होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन प्रदेश के सात जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। जबकि, पांच अक्टूबर से प्रदेश में बारिश का क्रम हल्का पड़ सकता है।

उत्तराखंड में मानसून की बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। खासकर सितंबर में बारिश के सिलसिले ने तेजी पकड़ी, जो अभी तक बरकरार है। सितंबर में सामान्य से 10 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई। वहीं, मानसून की विदाई भी एक हफ्ते से अधिक लेट हो गई। सामान्यत: उत्तराखंड से मानसून की विदाई 28 सितंबर तक हो जाती है, लेकिन इस बार अभी तक मानसून ठहरा हुआ है। हालांकि, पूरे देश में ही यह स्थिति बनी हुई है। उत्तरांखड मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार और रविवार को देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। जबकि, अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।

बारिश से टूटा एनएच का पुश्ता, भवन को नुकसान

गुरुवार रात को भारी बारिश के दौरान गोपेश्वर मंडल मोटर मार्ग पर पेट्रोल पंप के निकट एनएच का पुश्ता भरभराकर गिर गया। इससे आयुर्वेदिक विभाग के भवन को नुकसान पहुंचा है। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. एसके रतूड़ी ने बताया कि उनकी ओर से 14 जुलाई को ही सड़क धंसने व टूटने की आशंका होने पर एनएच के अधिकारियों को पत्र के माध्यम से सुधार कार्य के लिए आग्रह कर दिया था। लेकिन, समय रहते विभाग ने संज्ञान नहीं लिया।

वाहनों पर पहाड़ी से गिरे पत्थर

गोपेश्वर मंडल ऊखीमठ मोटर मार्ग पर डामरीकरण कार्य के दौरान रोके गए वाहनों के ऊपर अचानक पहाड़ी से बड़ी संख्या में पत्थर गिर गए। गनीमत यह रही कि इस दौरान वाहनों के अंदर लोग मौजूद नहीं थे। यहां पर दो से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। निर्माण एजेंसी के चाड़ा तोक में वाहनों को रोके जाने पर स्थानीय निवासियों ने आक्रोश जताया है।

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