मदर डेयरी और आचंल की को-ब्रांडिंग से दुग्‍ध उत्‍पादकों को मिलेगा बाजार

राज्य में उत्पादित दूध को बाजार उपलब्‍ध कराने की दिशा में राज्‍य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। एक फैसले के तहत देश की प्रसिद् मदर डेयरी और आंचल डेयरी की को-ब्रांडिंग की जाएगी। इसके तहत एनडीडीबी दुग्‍ध विकास के लिए तकनीकी सहायता मुहैया कराएगा।

By Thakur singh negi Edited By: Publish:Wed, 30 Sep 2015 01:55 PM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2015 05:21 PM (IST)
मदर डेयरी और आचंल की को-ब्रांडिंग से दुग्‍ध उत्‍पादकों को मिलेगा बाजार

देहरादून। राज्य में उत्पादित दूध को बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। एक फैसले के तहत देश की प्रसिद् मदर डेयरी और आंचल डेयरी की को-ब्रांडिंग की जाएगी। इसके तहत एनडीडीबी दुग्ध विकास के लिए तकनीकी सहायता मुहैया कराएगा। इसी के साथ ही राज्य में उत्पादित आर्गनिक सब्जियों व दालों को भी एनडीडीबी बाजार उपलब्ध करवाने में मददगार होगा।
आज बीजापुर गेस्ट हाउस में एनडीडीबी के चेयरपर्सन टी नंदा कुमार व सीएम हरीश रावत की बैठक में
ये अहम फैसले लिए गए। सीएम हरीश रावत ने कहा कि रूद्रपुर व कालसी में दुग्ध प्लांट स्थापित किए जाएंगे। दूध की पैकेजिंग में भी एनडीडीबी का सहयोग लिया जाएगा।
बैठक में राज्य में उत्पादित आर्गेनिक सब्जियों व दालों के विपणन में सहयोग किए जाने पर भी एनडीडीबी ने सहमति व्यक्त की। एनडीडीबी के चेयरपर्सन टी नंदा कुमार कहा कि यदि सही तरीके से मार्केटिंग की जाए तो ‘हिमालयन दाल’ को एक ब्रांड के तौर पर बाजार में स्थापित किया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव डा.रणवीर सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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