फिल्म पद्मावती को उत्तराखंड में नहीं होने देंगे प्रदर्शित
उत्तराखंड राष्ट्रवादी स्वाभिमान मंच ने चेतावनी दी है कि अगर फिल्म पद्मावती से विवादित दृश्यों को नहीं हटाया गया तो समूचे उत्तराखंड में फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में फिल्म पद्मावती को लेकर विरोध तेज हो गया है। हरिद्वार के बाद देहरादून में भी कई संगठनों में फिल्म को लेकर तल्ख तेवर दिखाए हैं। उत्तराखंड राष्ट्रवादी स्वाभिमान मंच ने चेतावनी दी है कि अगर फिल्म से विवादित दृश्यों को नहीं हटाया गया तो समूचे उत्तराखंड में फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे।प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता में मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि चित्तौड़ की रानी पद्मावती ने अलाउद्दीन खिलजी के शोषण व अत्याचारों के खिलाफ 16 हजार महिलाओं के साथ नारी अस्तित्व व सम्मान के लिए सामूहिक जौहर किया था। संजय लीला भंसाली की इस फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ करते हुए कुछ ऐसे दृश्य हैं, जिससे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है।
महासचिव राजकुमार जायसवाल ने कहा कि फिल्म रिलीज होने की तिथि से दो सप्ताह पहले रैली और धरना-प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन और सिनेमाघर स्वामियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर फिल्म को प्रदर्शित किया गया तो तमाम संगठन एकजुट होकर सड़कों पर उतरेंगे। इस दौरान बजरंग दल के संयोजक विकास वर्मा, क्षत्रिय चेतना मंच के महासचिव रवि नेगी, हिंदू जागरण मंच के महासचिव संतोष रावत भी मौजूद थे।
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