दवा का काम करती है प्रशंसा, इसे स्वीकार करें: पूजा बेदी
सकारात्मक आत्मछवि के लिए प्रशंसा दवा की तरह काम करती है। तारीफ पर आपकी प्रतिक्रिया बहुत मायने रखती है, इसे सहज स्वीकार करना सीखें।
जागरण संवाददाता, देहरादून: सकारात्मक आत्मछवि के लिए प्रशंसा दवा की तरह काम करती है। तारीफ पर आपकी प्रतिक्रिया बहुत मायने रखती है, इसे सहज स्वीकार करना सीखें। अपने आप को उन लोगों की नजरों से देखें, जो आपसे प्यार करते हैं। अपनी खुशी के दायरे को बढ़ाएं। यह बातें प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री और प्रेरक वक्ता पूजा बेदी ने एक कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए कहीं। शुक्रवार को फिक्की फ्लो उत्तराखंड चैप्टर की ओर से कनक चौक के पास स्थित एक होटल में लाइफ ट्रांसफॉर्मेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें 'मुझे जीने दो' विषय पर अभिनेत्री पूजा बेदी ने महिलाओं को खुश रहने के गुर सिखाए। उन्होंने अपने जीवन के अनुभव और 18 वर्ष में आजीविका के लिए किए गए संघर्ष की कहानी साझा की। पूजा ने कहा कि, अपने जीवन की 90 प्रतिशत घटनाओं की दिशा और दशा हम स्वयं तय करते हैं। कहा कि अपराध बोध की भावना और असहाय विकल्पों को चुनने के बजाय हमें सही दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में वन व श्रम मंत्री हरक सिंह रावत मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि बुरा समय नहीं आएगा तो खुशी का एहसास नहीं होगा। उत्तराखंड की महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी एक पहचान बनाई है। इस मौके पर उन्होंने सभी से पर्यावरण संरक्षण को आगे आने का आह्वान किया। कहा कि समाज में बड़े बदलाव केवल औपचारिकता से नहीं होंगे। हमें जमीनी स्तर पर इसके लिए कार्य करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि अनुभवों से ही इंसान सीखता है। व्यर्थ की चिंता करने की जगह हमें छोटे-छोटे पलों में खुशियां ढूंढ़नी चाहिए। इस दौरान फिक्की फ्लो की अध्यक्ष शिल्पी अरोड़ा ने फिक्की की ओर से किए जा रहे कौशल विकास कार्यक्रमों की रिपोर्ट पेश की और आगामी योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में त्रिकोण सोसायटी की ओर से भी सहयोग किया गया। इस दौरान नेहा शर्मा, किरण भट्ट, कोमल बत्रा, पूजा अग्रवाल, सारिका पंछी आदि मौजूद रहे।