प्रेमनगर में दूसरे दिन भी अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी, पढ़िए पूरी खबर

अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स ने अभियान के दूसरे दिन प्रेमनगर में अतिक्रमण पर जेसीबी चलाई। 43 स्थानों पर दोबारा अतिक्रमण पाया गया।

By Edited By: Publish:Fri, 06 Sep 2019 09:43 PM (IST) Updated:Sat, 07 Sep 2019 09:54 AM (IST)
प्रेमनगर में दूसरे दिन भी अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी, पढ़िए पूरी खबर
प्रेमनगर में दूसरे दिन भी अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स ने अभियान के दूसरे दिन शुक्रवार को एक बार फिर प्रेमनगर में अतिक्रमण पर जेसीबी चलाई। पूर्व में चिन्हित किए गए 288 अतिक्रमण का सत्यापन किया, जिसमें 43 स्थानों पर दोबारा अतिक्रमण पाया गया। वहीं, हरिद्वार रोड पर भी अतिक्रमण चिन्हित किए गए।

हाईकोर्ट के आदेश पर टास्क फोर्स ने बीते साल 15 सितंबर को प्रेमनगर बाजार में अभियान चलाकर डेढ़ सौ से अधिक पक्के अतिक्रमण ध्वस्त कर दिए थे। इसके करीब एक साल बाद प्रेमनगर में फिर पहले जैसी स्थिति होने लगी तो टास्क फोर्स को फिर से अतिक्रमण की याद आ गई। शुक्रवार को एक जेसीबी के साथ टीम प्रेमनगर पहुंची और केहरी गांव से नंदा की चौकी के बीच किए गए 14 अतिक्रमण ध्वस्त कर दिए। जेसीबी को चलते देख स्थानीय लोग स्वयं ही अतिक्रमण हटाने में जुट गए। 

वहीं, दूसरी टीम हरिद्वार रोड पर रिस्पना के पास अतिक्रमण हटाने पहुंची, लेकिन शुक्रवार को यहां केवल चिन्हीकरण किया गया और लोगों को चेतावनी दी गई कि वह स्वयं अतिक्रमण हटा लें। अन्यथा अतिक्रमण ध्वस्त करने में आने वाला खर्च उनसे वसूला जाएगा। 

प्रेमनगर के व्यापारियों को नोटिस की तैयारी

प्रेमनगर में ठाकुरपुर रोड पर किए गए अतिक्रमण को लेकर स्थानीय व्यापारी यह भी तर्क देते हैं कि रोड पर उनकी जमीनें हैं। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने समीक्षा बैठक में कहा कि शनिवार को एसडीएम पटवारी के साथ मौके पर जाएंगे और दस्तावेजों के जरिये यह पता लगाएंगे कि कहां किसकी जमीन है और कहां सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया गया है। वहीं, व्यापारियों को भी जमीन से संबंधित दस्तावेज दिखाने को कहा गया है।

बार-बार अतिक्रमण करने वालों पर दर्ज होगा मुकदमा

ओमप्रकाश अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने शुक्रवार को प्रेमनगर और रिस्पना में अतिक्रमण के चले अभियान का फीडबैक लिया और चेतावनी दी कि बार-बार अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अब उत्तर प्रदेश नगर नियोजन अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया जाएगा। यह एक्ट उत्तराखंड में भी प्रभावी है। इस दौरान पांच सौ अतिक्रमणों के सत्यापन का लक्ष्य रखा गया है। अपर मुख्य सचिव ने शुक्रवार को आइटीडीआर सभागार में एमडीडीए, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की।

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बैठक में उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान में किसी तरह की लापरवाही माफ नहीं होगी। कहा कि शहर में वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में अतिक्रमण को अभी नहीं हटाया गया तो आने वाले समय में हालात और मुश्किल भरे होंगे। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने शनिवार को चलने वाले अभियान के बारे में जानकारी ली, जिसमें उन्हें बताया गया कि प्रेमनगर, रिस्पना के साथ कुछ और स्थानों पर टीम शनिवार को जाएगी। बैठक में डीएम सी रविशंकर, एमडीडीए उपाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव, मुख्य नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, सचिव एमडीडीए जीसी गुणवंत, एडीएम प्रशासन रामशरण शर्मा, एसपी सिटी श्वेता चौबे व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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