गंगोत्री व यमुनोत्री में तैनात हुए देवस्थानम बोर्ड के कार्मिक, अबतक 50 हजार से अधिक लोग कर चुके चारों धामों के दर्शन

चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में न्यासियों व हकूकधारियों के सहयोग के लिए बोर्ड के अधिकारियों की तैनाती कर दी है। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने यह भी स्पष्ट किया है कि देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड अधिनियम के तहत हक हकूकधारियों के हित सुरक्षित हैं।

By Edited By: Publish:Sat, 03 Oct 2020 07:57 PM (IST) Updated:Sun, 04 Oct 2020 05:42 PM (IST)
गंगोत्री व यमुनोत्री में तैनात हुए देवस्थानम बोर्ड के कार्मिक, अबतक 50 हजार से अधिक लोग कर चुके चारों धामों के दर्शन
यहां दर्शन के लिए पहले देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट में आवेदन करना होता है।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में न्यासियों व हकूकधारियों के सहयोग के लिए बोर्ड के अधिकारियों की तैनाती कर दी है। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने यह भी स्पष्ट किया है कि देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड अधिनियम के तहत हक हकूकधारियों के सभी हित सुरक्षित हैं। वहीं, शनिवार को बोर्ड ने चारधाम दर्शन के लिए 4844 ई-पास जारी किए हैं।

अभी तक 50 हजार से अधिक लोग चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। हेलीकॉप्टर से दर्शन करने आने वालों को ई-पास से छूट दी गई है। चारधाम यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए गाइडलाइन तैयार की जा रही है। प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के बाद 25 जुलाई से सभी के लिए चारधाम यात्रा खोल दी है। यहां दर्शन के लिए पहले देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट में आवेदन करना होता है। इसके बाद बोर्ड अनुमति जारी करता है। चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद कोरोना से बचाव एवं रोकथाम के लिए थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइजेशन के बाद ही तीर्थयात्रियों को मंदिरों में प्रवेश दिए जा रहा है। सुरक्षित शारीरिक दूरी का अनुपालन कराते हुए अभी चारों धाम में निर्धारित दूरी से ही देव दर्शन कराए जा रहे हैं।

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देवस्थानम बोर्ड के यात्री विश्राम गृहों को तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए खोला जा चुका है, हालाकि तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया जा रहा है कि अति आवश्यक होने पर ही धामों में विश्राम करें। तीर्थ यात्रियों से दर्शन के बाद निकटवर्ती स्थानों पर ही रुकने को कहा जा रहा है। दर्शन के लिए अब कोरोना परीक्षण की रिपोर्ट की अनिवार्यता समाप्त की जा चुकी है। सामान्य जाच में कोरोना के लक्षण पाये जाने पर कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है। हेलीकाप्टर से आने वाले तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य जाच की जिम्मेदारी संबंधित हेली कंपनी को ही सौंपी गई है। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी.सिंह ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड ने एक जुलाई से तीन अक्टूबर तक 92516 ई -पास जारी किए हैं।

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