सीबीएसई ने दी छात्रों को राहत, 60 फीसद उपस्थिति पर भी दे सकेंगे बोर्ड परीक्षा

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12 वीं के छात्र छात्राओं को एक और बड़ी राहत दी है। सत्र 2020- 2021 के बोर्ड परीक्षार्थी को उपस्थिति में 15 फीसद की छूट दे जाएगी। सामान्य तौर पर बोर्ड परीक्षा के लिए न्यूनतम 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य होती है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Mon, 05 Oct 2020 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 05 Oct 2020 07:00 AM (IST)
सीबीएसई ने दी छात्रों को राहत, 60 फीसद उपस्थिति पर भी दे सकेंगे बोर्ड परीक्षा
सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि बोर्ड तकनीकी कारणों के चलते उपस्थिति में छूट देगा।

देहरादून, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12 वीं के छात्र छात्राओं को एक और बड़ी राहत दी है। सत्र 2020- 2021 के बोर्ड परीक्षार्थी को उपस्थिति में 15 फीसद की छूट दे जाएगी। सामान्य तौर पर बोर्ड परीक्षा के छात्र -छात्राओं के लिए न्यूनतम 75 फीसद उपस्थिति परीक्षा में शामिल होने के लिए अनिवार्य होती है। बीमार पड़ने पर मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाने के बाद इस नियम में छूट दी जाती है। लेकिन इस सत्र में छात्र 60 फीसद उपस्थिति पर भी परीक्षा दे सकेंगे।

कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद से स्कूल मार्च से ही बंद पड़े हैं। नए सत्र की पूरी पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से ही हुई है। लेकिन विभिन्न कारणों के चलते छात्र- छात्राएं बड़ी संख्या में छात्र ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल नहीं हो पाए हैं। जबकि बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य होती है। सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि बीमार होने की स्थिति में ही बोर्ड ने अब तक उपस्थिति में छूट दी है। लेकिन चूंकि इस बार कोरोना के कारण ऑनलाइन क्लास ही चलाई जा रही है। ऐसे में बोर्ड तकनीकी कारणों के चलते पर उपस्थिति में छूट देगा। सीबीएसई ने इस छूट का दायरा लॉकडाउन और अनलॉक-चार तक ही रखा है। गौरतलब है कि अप्रैल से सितंबर तक लॉकडाउन और अनलॉक-चार था। इस दौरान छात्र केवल ऑनलाइन पढ़ाई पर निर्भर थे।  इस दौरान जिन छात्रों का स्कूल में उपस्थिति पूरी नहीं बन पाई है, उन्हें ही छूट दी जाएगी।

यह भी पढ़ें: यूटीयू ने इंजीनियरिंग कार्यों की च्वॉइस फिलिंग में दिया एक और मौका, जानिए कब है अंतिम तिथि

टर्म परीक्षा और यूनिट टेस्ट भी देने होंगे

सीबीएसई द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार स्कूल की टर्म परीक्षा और यूनिट टेस्ट देने बाद ही छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल हो पायेंगे। बता दें कि कई छात्र तकनीकी समस्याओं के कारण ऑनलाइन परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए हैं। ऐसे छात्रों की परीक्षा स्कूल खुलने पर ली जायेगी। बोर्ड के नियमानुसार हर छात्र को प्रथम टर्म परीक्षा और यूनिट टेस्ट देना अनिवार्य है। बिना इसके छात्र का वार्षिक बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट तैयार नहीं हो पायेगा।

यह भी पढ़ें: गंगोत्री व यमुनोत्री में तैनात हुए देवस्थानम बोर्ड के कार्मिक, अबतक 50 हजार से अधिक लोग कर चुके चारों धामों के दर्शन

chat bot
आपका साथी