मकान का ताला तोड़कर किया कब्जा, अब खाली करने के नाम पर मांग रहे 30 लाख रुपये
रायपुर क्षेत्र के डांडा खुदानेवाला में दो व्यक्तियों ने मकान का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया। आरोपितों ने फर्जी हस्ताक्षर करके बिजली मीटर व पानी का कनेक्शन भी ले लिया। अब मकान खाली करने के एवज में 30 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। रायपुर क्षेत्र के डांडा खुदानेवाला में दो व्यक्तियों ने मकान का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया। आरोपितों ने फर्जी हस्ताक्षर करके बिजली मीटर व पानी का कनेक्शन भी ले लिया। अब मकान खाली करने के एवज में 30 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। रायपुर थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कृष्णा नगर, नई दिल्ली निवासी संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि डांडा खुदानेवाला में उनका मकान है। 2018 में उनकी बड़ी पुत्री की शादी होनी थी, इसलिए उन्होंने मकान बेचने की योजना बनाई। दिल्ली में ही उनके पड़ोसी संजय सेठी ने कहा कि उनके बहनोई के भाई राम बत्रा देहरादून में बिल्डिंग का काम करते हैं, वह मकान को खरीदने के इच्छुक हैं।
राम बत्रा के साथ मकान का सौदा 18 लाख, 50 हजार रुपये में हुआ। आरोपित ने चार लाख रुपये एडवांस के तौर पर दिए व रजिस्ट्री की अवधि दो माह रखी गई। दो माह तक राम बत्रा साढ़े 14 लाख रुपये नहीं दे पाया, लेकिन 15 दिन बाद राम बत्रा ने 10 लाख रुपये संजय कुमार गुप्ता के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसी दौरान राम बत्रा ने कहा कि मकान की रजिस्ट्री उनके राजमिस्त्री अब्दुल सत्तार के नाम करनी है। इसी बीच कोर्ट के आदेश पर क्षेत्र में रजिस्ट्री पर रोक लग गई। रजिस्ट्री नहीं हो पाने की वजह से संजय कुमार ने छह लाख 70 हजार रुपये अब्दुल सत्तार को वापस कर दिए और बाकी बचे सात लाख 30 हजार रुपये 31 मई 2020 तक वापस करने पर समझौता हुआ।
शिकायतकर्ता संजय कुमार ने बताया कि 2020 में कोरोना के कारण वह देहरादून नहीं आ पाया। जनवरी में जब वह पैसे लेकर देहरादून पहुंचे तो देखा कि अब्दुल सत्तार अपने परिवार के साथ उनके मकान के ताले तोड़कर रह रहा था। जब इस संबंध में संजय कुमार ने उससे बात की तो आरोपित ने कहा कि 30 लाख देने पर ही वह मकान खाली करेगा।
यह भी पढ़ें- एफसीआइ में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें