हाथियों के सिमटते गलियारों को बचाना बड़ी चुनौती

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : राजाजी टाइगर रिजर्व में हाथी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वन मं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Oct 2018 09:50 PM (IST) Updated:Thu, 04 Oct 2018 09:50 PM (IST)
हाथियों के सिमटते गलियारों को बचाना बड़ी चुनौती
हाथियों के सिमटते गलियारों को बचाना बड़ी चुनौती

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : राजाजी टाइगर रिजर्व में हाथी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वन मंत्री सहित अन्य वक्ताओं ने जंगलों में हाथियों के सिमटते गलियारों पर ¨चता जताते हुए इनके संरक्षण का आह्वान किया।

चीला वन विश्राम गृह में वन्य जीव सप्ताह के तहत वन विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम में केवल मनुष्य ही नहीं है, बल्कि पूरा पर्यावरण, प्रकृति और प्राणी भी है। हमें सभी के संरक्षण और हित पर ध्यान देना होगा।

उन्होंने कहा कि जंगल में हाथियों के लिए जो परंपरागत कॉरिडोर थे। वे धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहें है, अब जंगलों में हाथियों के लिए कॉरिडोर बनाने की जरूरत है। साथ ही हाथियों के लिए उनकी रूचि के पौधे पीपल, वट, केला, आंवला, नीम एवं अन्य पत्तीदार पौधों का रोपण करना होगा। क्योंकि इसके अभाव में ही हाथी, जंगलों से बाहर आबादी इलाकों में आकर नुकसान पहुंचा रहे है। उन्होंने कहा कि हाथियों के लिए गलियारा बनाने से केवल हाथियों से बचा ही नहीं जा सकता है, बल्कि उन्हें भी बचाया जा सकता है, जो अत्यंत आवश्यक है। वन मंत्री हरक ¨सह रावत ने इस पर जल्दी ही कार्य योजना बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वामी चिदानंद का हाथी और अन्य जीवों के प्रति जो भाव है। वह अद्भुत है वे जीवों को भी अपने परिवार का एक हिस्सा मानते है। हम सभी को इससे सीख लेनी चाहिए। साथ ही जंगल, जमीन और जीवों के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा, तभी हम इन्हें बचा सकते है। इसके बाद वन मंत्री हरक ¨सह रावत और स्वामी चिदानंद सरस्वती ने हाथियों का तिलक और पूजन कर उन्हें फल खिलाए। कार्यक्रम में निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व सनातन सोनकर, चीफ कैम्पा प्रोजेक्ट डॉ. समीर सिन्हा, वॉर्डन कोमल ¨सह, अजय शर्मा, मंडी समिति के पूर्व सभापति राकेश अग्रवाल, वन क्षेत्राधिकारी गौहरी दिनेश प्रसाद उनियाल, चीला वाली विकास रावत, हरिद्वार शरणपाल कुंवर, धौलखंड ज्वाला प्रसाद, मोतीचूर प्रमोद ध्यानी, डॉ. अदिति शर्मा आदि उपस्थित रहे। ---------------------------

हाथी के बच्चे का नाम रखा सुल्तान

चीला क्षेत्र में एक मादा हाथी की पहाड़ी से गिरकर मौत हो गई थी। उसके ढाई वर्षीय बच्चे को चीला रेंज में पाला जा रहा था। चीला के ही मशहूर हाथी राजा की आपसी संघर्ष में मौत हो गयी थी। हाथी दिवस के रोज वन मंत्री हरक ¨सह रावत ने इस हाथी के बच्चे का नामकरण किया। उन्होंने इसका नाम राजा उर्फ सुल्तान रखा। चीला रेंज की मशहूर और अपने मिलनसार व्यवहार के लिए विशेष पहचान रखने वाली अरूंधति की समाधि पर भी वन मंत्री और अन्य लोगों ने पुष्प चढ़ाए।

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