VIDEO: चमोली में बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ में बाधित, 2000 से ज्‍यादा यात्री फंसे, SDRF कर रही रेस्‍क्‍यू

उत्‍तराखंड के चमोली जनपद में बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ व खचड़ा नाला में बीती शाम से अवरुद्ध है। इससे 2000 से अधिक यात्री फंसे हुए हैं। एसडीआरएफ की टीम यात्रियों को लामबगड़ नाले से सुरक्षित पार करवा रही है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 30 Jul 2022 09:12 AM (IST) Updated:Sat, 30 Jul 2022 09:12 AM (IST)
VIDEO: चमोली में बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ में बाधित, 2000 से ज्‍यादा यात्री फंसे, SDRF कर रही रेस्‍क्‍यू
लामबगड़ में भारी बारिश के चलते लामबगड़ नाला और खचड़ा नाला में हाइवे बीते दिन से बंद है।

संवाद सहयोगी, गोपेश्‍वर (चमोली)। लामबगड़ में भारी बारिश के चलते लामबगड़ नाला और खचड़ा नाला में बदरीनाथ हाइवे (Badrinath Highway) बीते दिन से बंद है। सड़क पर पानी नदी की तरह बह रहा है। दो हजार से अधिक यात्री हाइवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। हाइवे पर चलना खतरे से खली नहीं है। एसडीआरएफ (SDRF) की टीम ने फंसे यात्रियों और स्थानीय लोगों को इस नाले से सुरक्षित निकाला। टीम ने 50 लोगों का रेस्क्यू कर नाले से पार कराया।

चमोली : बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ व खचड़ा नाला में अवरुद्ध होने से 2000 से अधिक यात्री फंसे हैं। एसडीआरएफ ने 50 यात्रियों को लामबगड़ नाले से सुरक्षित पार करवाया। देखें वीडियो...#UttarakhandNews, #BadrinathHighway, @chamolipolice pic.twitter.com/YgqA7k6aGQ— Sunil Negi (@negi0010) July 30, 2022

दो हजार से अधिक यात्री हैं फंसे

बता दें कि बदरीनाथ हाईवे पर बीती शाम पांच बजे बारिश के दौरान खचड़ानाला व लामबगड़ नाला ऊफान पर आ गया। इससे लामबगड़ में 10 मीटर व खचड़ानाला में पांच मीटर हाईवे का हिस्सा बह गया। इससे हाईवे के दोनों ओर दो हजार से अधिक यात्री फंस गए।

नई टिहरी वर्षा से मकान की छत टूटी, हादसा टला

वर्षा से कीर्तिनगर प्रखंड के जखंड गांव में ग्रामीण मकानी देवी के घर की छत टूट गई। गनीमत यह रही कि परिवार के सदस्य दूसरे घर में रह रहे थे, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।

छत छतिग्रस्त होने से कमरे में रखी खाद्य सामग्री व अन्य सामन भी खराब हो गया। मकानी देवी ने बताया कि क्षतिग्रस्त हुआ भवन काफी पुराना था। गुरुवार रात्रि को भी वर्षा में खतरे की आशंका को देखते हुए परिवार के सदस्य पास में ही बने दूसरे भवन में आ गए थे।

वहीं वर्षा के चलते जिले में छह ग्रामीण सड़कें भी बंद पड़ी हैं जिस कारण ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हो गया है। हालांकि जिले में किसी बड़ी घटना की कोई सूचना नहीं है। सड़कों पर मलबा व पानी जमा होने के कारण ग्रामीणों का आवागमन जोखिम भरा बना है।

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