बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा ले रहा प्रशासन

उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी और नैनीताल जिलों में बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रशासन की टीमें मौके पर हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 03 Jun 2018 10:35 AM (IST) Updated:Sun, 03 Jun 2018 09:57 PM (IST)
बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा ले रहा प्रशासन
बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा ले रहा प्रशासन

देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मानसून से पहले ही मौसम डराने लगा है। उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी और नैनीताल जिलों में बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रशासन की टीमें मौके पर हैं। सर्वेक्षण का कार्य जारी है। इस बीच कुमाऊं की तराई सुबह से हल्की बारिश हुई। इधर, गढ़वाल मंडल में मौसम साफ होने के साथ ही चार धाम यात्रा मार्गों पर यातायात सुचारु है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को मौसम साफ रहेगा। सिर्फ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।

शुक्रवार को उत्तराखंड में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। आंधी से जगह-जगह पेड़ टूटने के अलावा कई जगह बिजली के खंभे भी उखड़ गए। इससे गंगोत्री और यमुनोत्री के प्रमुख पड़ावों के साथ ही देहरादून और हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्र रातभर अंधेरे में रहे। शनिवार को दोपहर बाद ही इन इलाकों में बिजली आपूर्ति सुचारु की जा सकी। हालांकि कई जगह पेयजल आपूर्ति अब भी बाधित है।

उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री के प्रमुख पड़ाव बड़कोट के पास बरसाती नदी में बही बच्ची के शव भी बरामद कर लिया गया है। शुक्रवार शाम को नदी पार करते हुए यह बच्ची अपने माता-पिता के साथ बह गई थी। माता-पिता को किसी तरह ग्रामीणों ने बचा लिया। 

आधे रास्ते से लौटे सीएम

शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को एक कार्यक्रम में भाग लेने पिथौरागढ़ जाना था। वह देहरादून से हेलीकॉप्टर से रवाना भी हुए, लेकिन आधे रास्ते में मौसम खराब होने के कारण वह वापस लौट आए।

कुमाऊं में आंधी से एक की मौत

टनकपुर (चम्पावत) : शुक्रवार शाम जबरदस्त आंधी के दौरान ट्रक में सवार एक युवक पेड़ की टहनी गिरने से घायल हो गया। शनिवार सुबह उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई।

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