उत्तराखंड में तैयार होंगे 300 की-रिसोर्स पर्सन शिक्षक, पढ़िए पूरी खबर

शिक्षा का ढांचा मजबूत करने के लिए बड़ी पहल की जा रही है। प्रदेश के शिक्षकों को गणित विज्ञान हिंदी और अंग्रेजी के शिक्षण के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Tue, 29 Oct 2019 05:06 PM (IST) Updated:Tue, 29 Oct 2019 05:06 PM (IST)
उत्तराखंड में तैयार होंगे 300 की-रिसोर्स पर्सन शिक्षक, पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड में तैयार होंगे 300 की-रिसोर्स पर्सन शिक्षक, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, आयुष शर्मा। प्रदेश में शिक्षा का ढांचा मजबूत करने के लिए बड़ी पहल की जा रही है। प्रदेश के शिक्षकों को गणित, विज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी के शिक्षण के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। एनसीईआरटी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन ने मिलकर शिक्षकों के लिए यह विशेष ट्रेनिंग प्लान तैयार किया है। सीमेट की देखरेख में शिक्षकों को यह ट्रेनिंग दी जाएगी। इस साल प्रदेश के 300 शिक्षक इसका लाभ ले सकेंगे। 

प्रशिक्षण के लिए प्रदेश भर से चयनित 300 शिक्षकों को बतौर की-रिसोर्स पर्सन तैयार किया जाएगा। इसके बाद इन शिक्षकों को ब्लॉक और जिला स्तर पर आगे शिक्षकों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी दी जाएगी। ट्रेनिंग दो चरणों में पूरी होगी। पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के शिक्षकों को टे्रनिंग दी जाएगी। दूसरे चरण में अन्य जिलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग में मूल विषयों के अलावा छात्रों में नेतृत्व क्षमता कैसे विकसित की जाए, इसका पाठ अलग से पढ़ाया जाएगा। 

पहले राज्य अपने स्तर पर हर साल प्रदेश के शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग आयोजित करते थे। यह पहली दफा है जब एनसीईआरटी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन मिलकर यह ट्रेनिंग आयोजित कर रहे हैं। यह ट्रेनिंग नई शिक्षा नीति का हिस्सा बताई जा रही है।

यह भी पढ़ें: यहां आयुर्वेद विश्वविद्यालय में अब संबद्धता शुल्क में खेल, जानिए

सीमेट के मीडिया प्रभारी मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि पहले दस दिनों की कार्यशाला प्रदेश स्तर पर आयोजित होती थी। लेकिन अब एनसीईआरटी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन ने मिलकर शिक्षकों के लिए पांच दिवसीय कांपेक्ट ट्रेनिंग तैयार की है। बताया कि ट्रेनिंग के पहले चरण का उद्घाटन मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक करेंगे। 

यह भी पढ़ें: 22 ब्लॉकों और 15 विस क्षेत्रों में नहीं हैं डिग्री कॉलेज, पढ़िए पूरी खबर

chat bot
आपका साथी