उत्तराखंड में पुलिस के 24 इंस्पेक्टर बने सीओ, 20 को मिली तैनाती

पुलिस के चौबीस इंस्पेक्टर अब सीओ बन गए हैं। प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग के पुलिस उपाधीक्षक के पद पर प्रोन्नति देते हुए पुलिस मुख्यालय ने बीस की तैनाती के आदेश भी जारी कर दिए हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 24 May 2020 07:01 PM (IST) Updated:Sun, 24 May 2020 07:01 PM (IST)
उत्तराखंड में पुलिस के 24 इंस्पेक्टर बने सीओ, 20 को मिली तैनाती
उत्तराखंड में पुलिस के 24 इंस्पेक्टर बने सीओ, 20 को मिली तैनाती

देहरादून, जेएनएन। राज्य में पुलिस के चौबीस इंस्पेक्टर अब सीओ बन गए हैं। प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग के पुलिस उपाधीक्षक के पद पर प्रोन्नति देते हुए शनिवार शाम पुलिस मुख्यालय ने बीस की तैनाती के आदेश भी जारी कर दिए हैं।

शनिवार को अपर सचिव अतर सिंह की ओर से पदोन्नत हुए इंस्पेक्टरों की सूची जारी कर दी गई। इसके बाद देर शाम पुलिस मुख्यालय ने सभी की नवीन तैनाती के आदेश भी जारी कर दिए। पंकज कुमार उप्रेती को विजिलेंस सेक्टर हल्द्वानी, होशियार चन्द पुलिस अधीक्षक क्षेत्रीय हल्द्वानी, बलजीत सिंह भाकुनी को नैनीताल, अनिल कुमार शर्मा और चंद्र सिंह बिष्ट को विजिलेंस सेक्टर देहरादून, श्यामदत्त नौटियाल को पौड़ी, प्रकाश चन्द मठपाल को हरिद्वार, अजय कुमार त्यागी और उमेश पाल सिंह रावत को मुख्य सुरक्षा अधिकारी मुख्यमंत्री, वीरेन्द्र दत्त उनियाल सीओ क्राइम पुलिस मुख्यालय, विनोद कुमार थापा आइआरबी द्वितीय हरिद्वार, कु. सुनीता वर्मा को मंडलाधिकारी हरिद्वार, विमल प्रसाद को चमोली, दिनेश चन्द बडोला को पीटीसी नरेंद्रनगर, भूपेन्द्र सिंह भंडारी को ऊधमसिंहनगर, कमलेश पंत 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार, अन्नराम आर्य को मंडलाधिकारी हल्द्वानी, तिलक राम वर्मा सीआइडी सेक्टर हल्द्वानी, प्रकाश कम्बोज मंडलाधिकारी रुद्रपुर, अनिल मनराल को रुद्रपुर में तैनाती दी गई है। वहीं, सुरेन्द्र सिंह सामन्त, रमा देवी व दिवान सिंह को भी सीओ बनाया गया है, लेकिन तैनाती के आदेश अभी जारी नही हुए हैं। वहीं, ओम प्रकाश का लिफाफा अभी तक बंद रखा गया है।

दारोगाओं की पदोन्नति में नियमावली का पेंच

राज्य पुलिस के दारोगाओं की पदोन्नति का मामला नियमावली के पेंच में फंसता जा रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना काल में फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर की भूमिका अदा कर रहे इन दारोगाओं की पदोन्नति को लेकर नियमावली बने एक साल से अधिक का समय गुजर चुका है। लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हो सका।

शनिवार को इंस्पेक्टरों के भी सीओ के पद पर पदोन्नति कर दी गई, इससे थोड़ी पदोन्नति का इंतजार कर रहे 99 दारोगाओं में भी आस जगी है, लेकिन देखना होगा कि उनकी यह उम्मीद कब पूरी होती है। 

राज्य पुलिस में पदोन्नति की पारदर्शी व्यवस्था के लिए करीब दो साल पहले नियमावली लाई गई, लेकिन नियमावली में कुछ पेंच ऐसे फंसे की मंजूरी के बावजूद भी इस पर अंतिम निर्णय नही लिया जा सका। दरअसल, पदोन्नति में एनुअल कैरेक्टर रिमार्क (एसीआर) अथवा वरिष्ठता को आधार बनाया जाना है। इस पर अंतिम निर्णय के लिए शासन में पुलिस महकमे के साथ गृह विभाग की कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन स्थिति पहले जैसे ही रही। पहले प्रमोशन में आरक्षण के मसले को कारण भी माना जा रहा था, लेकिन अदालत के स्पष्ट के आदेश के बाद प्रमोशन की आस जो जगी वह फिर से दूर की कौड़ी साबित होने लगी है।

तीन सीओ के तबादले

पुलिस मुख्यालय की ओर से देर शाम तीन सीओ के तबादले भी किए गए। दिनेश चन्द्र ढौंढियाल को नैनीताल से देहरादून, अविनाश वर्मा को हरिद्वार से आइआरबी प्रथम व राकेश चंद्र देवली को सीओ ट्रैफिक देहरादून से मुख्य सुरक्षा अधिकारी सचिवालय/विधानसभा के पद पर तैनात किया गया है।

आइजी कार्मिक पुलिस मुख्यालय पुष्पक ज्योति के मुताबकि दारोगाओं की पदोन्नति को बनी नियमावली को स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही पदोन्नति की प्रक्रिया आरम्भ हो जाएगी।

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कई दारोगा होने वाले हैं सेवानिवृत्त

सूत्रों की मानें तो शासन व पुलिस मुख्यालय के बीच नियमावली को लेकर सहमति नही बन पा रही है। इसमें फंसे पेंच के दूर होने की उम्मीद में कई दारोगा सेवानिवृत्त होने के निकट पहुंच चुके है। 

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