हरिद्वार में बनेगा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में 2018 में होने वाले राष्ट्रीय खेलों से पहले हरिद्वार में हॉक

By Edited By: Publish:Tue, 01 Sep 2015 01:20 AM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2015 01:20 AM (IST)
हरिद्वार में बनेगा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में 2018 में होने वाले राष्ट्रीय खेलों से पहले हरिद्वार में हॉकी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। इस बाबत खेल विभाग ने स्थान चयन के लिए सर्वे कार्य भी शुरू कर दिया है।

बात अगर हॉकी की करें तो राज्य में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है, समय-समय पर प्रदेश के युवाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर धाक जमाई है, लेकिन खेल मैदान की कमी और समूचित संसाधनों नहीं होने के कारण समय के साथ यह खेल राज्य में अपनी चमक खोता चला गया। इसमें हॉकी एसोसिएशन की निष्क्रियता और राजनीति भी मुख्य कारण रही। स्थिति यह है कि राज्य गठन के बाद से लेकर आज तक राज्य में हॉकी का एस्टोटर्फ मैदान तक नहीं बन पाया है, लेकिन अब सूबे की खेल प्रतिभाओं के लिए खुशखबरी है, 2018 में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए सूबे में एक अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम बनने जा रहा है। इसके लिए खेल विभाग हरिद्वार में संभावना तलाशने में जुट गया है। हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में नए स्टेडियम के निर्माण के लिए इन दिनों सर्वे कार्य जारी है। यहां स्टेडियम के साथ ही एक अभ्यास मैदान भी बनेगा। यह अभ्यास मैदान घास का होगा। खेल विभाग के उपनिदेशक अजय अग्रवाल ने बताया कि हरिद्वार में स्टेडियम निर्माण के लिए भूमि की तलाश की जा रही है। उम्मीद है जल्द ही इसका काम शुरू हो जाएगा।

स्पो‌र्ट्स कॉलेज में नवंबर तक लगेगा टर्फ

देहरादून के महाराणा प्रताप स्पो‌र्ट्स कॉलेज में एस्टोटर्फ मैदान का निर्माण इन दिनों चल रहा है। लगभग 90 फीसद काम पूरा हो चुका है। अब सिर्फ टर्फ बिछाना ही बाकी है। बरसात के कारण अब तक काम में देरी हो रही थी। टर्फ के बिछने से देहरादून के खिलाड़ियों को इससे काफी फायदा होगा। साथ ही स्पो‌र्ट्स कॉलेज के खिलाडि़यों के लिए भी यह उपयोगी रहेगा।

57 नए मिनी स्टेडियम की तैयारी

युवा कल्याण विभाग ने पूरे राज्य में 57 नए मिनी स्टेडियम निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है। इनमें से कुछ में हॉकी और कुछ में फुटबाल के मैदान तैयार किए जाएंगे। यह सभी मैदान घास के ही बनेंगे। इनका उद्देश्य युवाओं को खेलने के लिए आदर्श स्थिति उपलब्ध करवाना रहा है।

दून में नहीं है हॉकी मैदान

देहरादून में हॉकी का कोई मैदान नहीं है। परेड ग्राउंड में विकसित किया गया मैदान अब भी जर्जर स्थिति में है। इस कारण खिलाड़ियों को सही तरीके से अभ्यास का मौका भी नहीं मिल पाता। खेल विभाग में हॉकी का प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ी सिर्फ पवेलियन मैदान के एक कोने में ही हॉकी खेलते नजर आते हैं। ज्यादातर मैदान निजी स्कूलों के हैं, जहां खेलने के लिए टीमों को पैसे देने पड़ते हैं, जबकि स्पो‌र्ट्स कॉलेज पहुंच के लिहाज से दूर पड़ता है।

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