घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर बना सहारा

चम्पावत में लॉकडाउन में वन स्टॉप सेंटर घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं को मदद पहुंचा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Jun 2020 11:05 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jun 2020 06:10 AM (IST)
घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर बना सहारा
घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर बना सहारा

संवाद सहयोगी, चम्पावत : लॉकडाउन में वन स्टॉप सेंटर घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं के लिए बड़ा सहारा बना हुआ है। स्थापना के बाद से अब तक वन स्टॉप सेंटर में घरेलू हिसा, यौन उत्पीड़न के आए 31 मामलों में से 14 मामलों का निस्तारण आपसी सुलह से हो चुका है।

जिला मुख्यालय में वन स्टॉप सेंटर की स्थापना 11 सितंबर 2019 को की गई थी। सेंटर में यौन उत्पीड़न के दो, पॉक्सो का एक, बाल विवाह के तीन मामलों के साथ घरेलू हिसा के आठ मामलों समेत कुल 31 मामले निपटाए जा चुके हैं। जबकि घरेलू हिसा के 17 मामले अभी पेंडिंग पड़े हुए हैं। 23 मार्च से एक जून तक लॉकडाउन के दौरान सेंटर के माध्यम से घरेलू हिसा के पांच और बाल विवाह का एक मामला निस्तारित किया गया। वन स्टॉप सेंटर की एडमिनिस्ट्रेटर सोनी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान हिसा की शिकार महिलाएं सेंटर नहीं पहुंच पाई तो उन्होंने हैल्प लाइन नंबर 181 के माध्यम से अपनी पड़ा सेंटर तक पहुंचाई और उनकी समस्याओं का समाधान सुलह के आधार पर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सेंटर में पहले पीड़ता का केस दर्ज किया जाता है। काउंसिलिंग की जाती है और जरूरत पड़ने पर उसे पुलिस और कानूनी सहायता भी दी जाती है। सेंटर में पीड़िता को आवास और भोजन भी दिया जाता है। उन्होंने घरेलू हिसा और यौन उत्पीड़न की महिलाओं से अपनी शिकायत हेल्प लाइन नंबर 181 पर कॉल करने की अपील की है।

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वन स्टॉप सेंटर खासकर घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। सेंटर में दर्ज अधिकांश शिकायतों का निस्तारण आपसी सुलह से कराया जाता है ताकि परिवार को टूटने से बचाया जा सके। जरूरत पड़ने पर पीड़िता को कानूनी सहायता और पुलिस की मदद भी दी जाती है।

-सोनी, एडमिनिस्ट्रेटर वन स्टॉप सेंटर

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