इटालियन सेब को मुफीद चम्पावत की हवा

विनोद कुमार चतुर्वेदी चम्पावत यहां की हवा इटालियन सेब के लिए मुफीद साबित हो रही है। जिला

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Sep 2019 10:08 PM (IST) Updated:Mon, 23 Sep 2019 10:08 PM (IST)
इटालियन सेब को मुफीद चम्पावत की हवा
इटालियन सेब को मुफीद चम्पावत की हवा

विनोद कुमार चतुर्वेदी, चम्पावत

यहां की हवा इटालियन सेब के लिए मुफीद साबित हो रही है। जिला मुख्यालय से लगे कठनौली गांव में इटालियन प्रजाति के सेब का बगीचा तैयार हो चुका है। लगभग तीन साल पूर्व रोपित कुछ पौधों में फल आने भी शुरू हो गए हैं। कठनौली जिले का पहला गांव बन गया है, जहां विदेशी प्रजाति के सेब ग्रोथ करने के साथ फूल-फल रहा है।

कठिन मेहनत और समर्पण भाव से मिट्टी से भी सोना पैदा किया जा सकता है यह सिद्ध कर दिखाया है कठनौली गांव निवासी भीम सिंह ने। जमीन को बंजर देख कुछ वर्ष पूर्व भीम सिंह के भाई नेहरू सिंह के दोस्त हिमाचल के कुल्लू मनाली निवासी राकेश अधिकारी ने उन्हें सेब का उत्पादन करने की सलाह दी थी। यहीं से भीम सिंह का काश्तकार जागा और उन्होंने 15 नाली जमीन में सेब के पौधे लगाने का निश्चय कर लिया। इसके लिए उन्होंने हिमांचल प्रदेश से इटालियन प्रजाति के गेलगाला, सुपर चीफ, रेड ग्लोक्स, स्पर, रेडूलम गाला, जेरोमाइन के तीन हजार पौधे मंगवाए और जमीन तैयार कर उनका रोपण किया। इन पौधों को उपलब्ध कराने में राकेश अधिकारी ने ही सहयोग किया। भीम सिंह ने बताया कि सेब के पौधों की सिंचाई में पानी की कमी आड़े आ रही है। विभागीय स्तर पर पानी की उपलब्धता होने पर वह इस खेती को आगे बढ़ाना चाहते हैं। बताया कि पहली बार कुछ पौधों में इस बार फल आए हैं, पर्याप्त संख्या में फल आने के बाद वह इन्हें बेचना शुरू कर देंगे।

इटालियन सेब को उचित वातावरण

चम्पावत: इटली के प्रजाति का सेब समुद्र तल से चार हजार से छह हजार फिट की ऊंचाई वाले स्थानों पर पैदा होता है। हिमाचल प्रदेश में इस प्रजाति के सेब की खेती अत्यधिक मात्रा में होती है। चम्पावत जिले का क्लाइमेट हिमाचल की तरह है। इसलिए यहां इस प्रजाति के सेब की खेती आसानी से की जा सकती है। इस प्रजाति के सेब के लिए सिंचाई की काफी जरूरत होती है। पर्याप्त सिंचाई होने पर यह तीन साल में फल देने लगते हैं।

::::वर्जन

कठनौली के भीम ंिसंह ने इटालियन प्रजाति के सेब के पौधों का बगीचा तैयार किया है। चम्पावत का पर्यावरण इस प्रकार की प्रजाति के सेब उत्पादन के लिए उपयुक्त है। विभागीय स्तर पर भीम ंिसंह को तकनीकि और अन्य प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

- केएन आर्या, जिला उद्यान अधिकारी चम्पावत

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