नेपाल में आइएसआइ चला रहा 250 मदरसे

चंद्रशेखर द्विवेदी, चम्पावत: कानपुर ट्रेन हादसे में आइएसआइ के हाथ होने के संदेह से खुफिया एजेंसी के

By Edited By: Publish:Fri, 20 Jan 2017 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 20 Jan 2017 01:00 AM (IST)
नेपाल में आइएसआइ चला रहा 250 मदरसे
नेपाल में आइएसआइ चला रहा 250 मदरसे

चंद्रशेखर द्विवेदी, चम्पावत: कानपुर ट्रेन हादसे में आइएसआइ के हाथ होने के संदेह से खुफिया एजेंसी के हाथ पांव फूल गए हैं। रक्षा विशेषज्ञों की माने तो नेपाल में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ 250 मदरसे चला रहा हैं। भारत-नेपाल की खुली सीमा होने से वह किसी भी आंतकी घटना को आसानी से अंजाम दे रहा है।

नेपाल में राजनैतिक अस्थिरता से भारत के सीमावर्ती इलाकों में खतरा बढ़ गया है। भारत की नेपाल से कुल 1752 किमी लंबी सीमा लगती है। उत्तराखंड से 250 किमी सीमा लगती है। जो बेहद संवेदनशील है। नेपाल में हमेशा से ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ सक्रिय रही है। नेपाल में वर्तमान में 250 मदरसे आइएसआइ चला रही है। यह मदरसे हवाला के पैसों से दुबई, सिंगापुर, बांग्लादेश से संचालित किए जाते हैं। यहां से आतंकी आसानी से भारत में अवैध गतिविधियां चला रहे हैं। नैपाल से मैत्री संबंध व खुली सीमा होने के कारण सीमा पार से भारत में प्रवेश करना बहुत आसान है। इन दिनों नेपाल में राजनैतिक अस्थिरता का माहौल है। जिसका फायदा आईएसआई उठा रही है।

रक्षा विशेषक डॉ. एमसी भंडारी ने कहा कि पाकिस्तान और चीन हमेशा भारत के धुर विरोधी रहे हे। उनके अब नेपाल से भी मैत्री संबंध हो रहे हैं। इसलिए सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पर और सतर्कता से काम करना होगा।

पलायन के कारण बढ़ेगी परेशानी

रक्षा विशेषज्ञ डॉ. भंडारी ने बताया कि सीमा से लगने वाले गांव लगातार खाली होते जा रहे है। सीमा की सुरक्षा की पहली पंक्ति ही नही होगी तो सुरक्षा कैसे संभव होगी। उन्होंने कहा कि नेपाल से लगे गांवों का हाल सबसे बुरा है। वह लगातार खाली हो रहे है। इन गांवों में अब नेपाली बसने लगे है। जिनके पास वोट कार्ड, राशन कार्ड आदि भी है। सरकार इस ओर ध्यान ही नही दे रही।

प्रतिवर्ष आते है लाखों नेपाली

खुली सीमा व मैत्री संबंध होने के कारण प्रतिवर्ष उत्तराखंड से लगने वाली 250 किमी लंबी सीमा से लाखों नेपाली भारत में प्रवेश करते हैं। यह कौन है क्या करते है कहां जाते है किसी को कोई खबर नही। इनका किसी के पास कोई डाटा नही होता हैं। जो भविष्य के लिए गंभीर संकट बनते जा रहा हैं।

-सीमा पर चुनावों को देखते हुए हाई अलर्ट किया गया है। चेकिंग हमेशा होती है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पूछताछ भी की जा रहा है। भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी सतर्कता से काम कर रही है।

-श्याम सिंह, आइजी एसएसबी सेक्टर मुख्यालय रानीखेत

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