जिला पंचायत विवाद में विधायक भी कूदे

संवाद सहयोगी गोपेश्वर जिला पंचायत चमोली के अध्यक्ष को लेकर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर थमने का

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Oct 2021 06:30 PM (IST) Updated:Sat, 30 Oct 2021 06:30 PM (IST)
जिला पंचायत विवाद में विधायक भी कूदे
जिला पंचायत विवाद में विधायक भी कूदे

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: जिला पंचायत चमोली के अध्यक्ष को लेकर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट भी मामले में कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और पंचायत राज्य मंत्री अरविंद पांडेय से वार्ता कर जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी पर लगे आरोपों की जांच कर उनके अधिकार सीज करने की मांग की है।

विधायक ने लोनिवि निरीक्षण भवन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी पर लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच की जानी चाहिए। कहा कि जब तक जांच चलती है तब तक अध्यक्ष के सभी अधिकार सीज होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने आरोप लगाए हैं तो जिला पंचायत के सदस्य उनके खिलाफ अभी तक अविश्वास प्रस्ताव क्यों नहीं लाए, यह सोचने की बात है। उन्होंने कहा कि जिस नंदादेवी राजजात यात्रा के टेंडर प्रक्रिया में जिला पंचायत अध्यक्ष स्वयं को प्रशासन की जांच में क्लीन चिट दिए जाने के बात कर रही हैं। उस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वयं के बचाव में वित्तीय अनियमितता न होने की बात कही है। जबकि, आरोप ये है कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने टेंडर प्रक्रिया का ही उल्लंघन किया है। टेंडर में कम धनराशि पर कार्य करने वाले को ठेका देने के बजाय अधिक धनराशि भरने वाले को ठेका दिया गया है। विधायक ने आरोप लगाया कि 32 कार्य ऐसे हैं, जिन पर कार्य समाप्त हो गया है पर ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। भाजपा विधायक ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष के पति पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी जब सरकार में थे, उस समय के कई ऐसे कार्य हैं जिनका भुगतान हो चुका है, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं है। इन सबकी भी जांच की जानी चाहिए। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, मीडिया प्रभारी महावीर रावत आदि मौजूद थे।

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