चमोली में चार साल के मासूम को घर से उठा ले गया गुलदार, जंगल से बरामद हुआ शव

नारायणबगड़ में घात लगाए बैठे एक गुलदार ने चार साल के मासूम को अपना निवाला बना लिया। घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 02:25 PM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 02:28 PM (IST)
चमोली में चार साल के मासूम को घर से उठा ले गया गुलदार, जंगल से बरामद हुआ शव
चमोली में चार साल के मासूम को घर से उठा ले गया गुलदार, जंगल से बरामद हुआ शव

चमोली, जेएनएन। चमोली जिले के नारायणबगड़ में घात लगाए बैठे एक गुलदार ने चार साल के मासूम पर झपट्टा मार लिया और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। ग्रामीण भी बच्चे की खोजबीन के लिए जंगल की ओर चले गए। काफी देर बाद उन्हें जंगल में सिर्फ बच्चे का शव बरामद हुआ। इससे गांव में दहशत फैल गई है। 

चमोली जिले के नारायणबगड़ तहसील की त्यूला ग्राम पंचायत स्थित मगेटी तोक में गुरुवार रात आठ बजे नेपाली मूल के प्रेम बहादुर के चार साल के बेटे रमेश को गुलदार घर से उठा ले गया। ग्रामीणों और प्रेम बहादुर के साथियों ने देर रात तक बच्चे की खोजबीन, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चल पाया। झाड़ियों में बालक का सिर्फ सिर मिला। क्षेत्र में इस तरह की घटना से ग्रामीणों में भय और भारी रोष है। 

वहीं, घटना के बाद मौके पर पहुंचीं जिला पंचायत सदस्य भारती रावत और समाजसेवी देवराज रावत ने वन अधिकारियों से गुलदार को पकड़ने की मांग की है। वन क्षेत्रधिकारी बीएस परमार ने बताया कि गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में वनकर्मियों की तैनाती कर दी गई है, जो कुछ दिनों तक क्षेत्र में ही रहेंगे। गुलदार की पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया जा रहा है।

हाथी ने गंगा में जमाया डेरा 

हरिद्वार में जंगल से निकलकर आए एक हाथी ने गंगा में डेरा जमा लिया है। हाथी कभी बाहर निकालकर मस्ती में रेत के गुब्बारों उड़ा रहा है, तो कभी गंगा में स्नान कर रहा है। फिलहाल, वह गंगा में ही रुका हुआ है। वन विभाग की टीम उस पर नजर बनाए हुई है। 

दरअसल, राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगल से एक हाथी निकल कर भूपतवाला स्थित गंगा के सर्वानंद घाट होकर नंबर एक पर पहुंच गया। हाथी की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। सर्वानंद घाट से कुछ ही दूरी पर लगने वाले बाजार और लोगों को दूर हटा दिया गया। वहीं, हाथी के सर्वानंद घाट पर आने से लोगों में हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम की ओर से हाथी को जंगल में खदेड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन हाथी करीब डेढ़ घंटा तक सर्वानंद घाट पर ही खड़ा होकर रेत के गुब्बार उड़ाता रहा।

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काफी मशक्कत के बाद हाथी वापस जाने के लिए गंगा में घुस गया, लेकिन वह तेज बहाव के कारण गंगा पार नहीं कर पाया और वहीं खड़ा होकर सुबह से लेकर शाम तक स्नान करता रहा। वन विभाग की टीम लगातार हाथी पर नजर बनाए रही। हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौडियाल ने बताया कि आशंका जताई जा कि इस हाथी को उसके झुंड ने हमला कर बाहर निकाल दिया, जिसके कारण वह हाथियों के झुंड की दहशत के चलते वापस नहीं जा रहा है। हाथियों के झुंड के साथ हुए संघर्ष में वह घायल भी हुआ।

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