अधिकारियों के निरीक्षण से संतुष्ट नहीं ग्रामीण

विकासखंड नारायणबगड़ के ग्राम पंचायत मरोड़ा में बीते चार वर्ष से विभिन्न योजनाओं में अनियमितताओं की जांच में कर्रवाई न होने से नाराज ग्रामीणों ने आर-पार की लड़ाई का मन बनाया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 06:36 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 06:36 PM (IST)
अधिकारियों के निरीक्षण से संतुष्ट नहीं ग्रामीण
अधिकारियों के निरीक्षण से संतुष्ट नहीं ग्रामीण

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: विकासखंड नारायणबगड़ के ग्राम पंचायत मरोड़ा में बीते चार वर्ष से विभिन्न योजनाओं में अनियमितताओं की जांच में कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीणों ने आर-पार की लड़ाई का मन बनाया है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि बीते दिनों मौके पर पहुंचे खंड विकास कार्यालय व डीपीआरओ के अधिकारियों ने योजनाओं का निरीक्षण करने की बात कही। वो इस जांच से संतुष्ट नहीं हैं।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिलाधिकारी चमोली को शिकायती पत्र सौंपने के बाद 17 जनवरी को जिला पंचायती राज अधिकारी के नेतृत्व में गांव पहुंची टीम के सदस्यों ने विभागीय योजनाओं की बिना जांच किए ही कह दिया कि नियमानुसार कार्य कराए गए हैं। लिहाजा रजिस्टर में हस्ताक्षर कर संस्तुति दर्ज करा दें। ग्रामीण हरेंद्र सिंह, रघुवीर सिंह, मनोज सिंह और दयाल सिंह ने कहा कि बीते 24 दिसंबर को जिलाधिकारी चमोली से मरोड़ा गांव में चार वर्ष के भीतर हुए विकास कार्यो में हुई धांधली की जांच के लिए पत्र प्रेषित किया था। जिसमें कहा गया था कि सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में जो सूचना मिली, उसके आधार पर पंचायत के कार्यो की जांच की जानी चाहिए। वर्तमान प्रधान आशा कार्यकर्ता के पद पर कार्यरत हैं। कई निर्माण कार्यो में भुगतान ऐसे लोगों को दिया गया है, जिनका देहांत वर्षो पूर्व हो चुका है। इसी तरह स्वच्छ भारत मिशन के तहत धन का आहरण मृतक को किया गया है। वहीं मनरेगा में नाबालिग का नाम भी अंकित है। इसी तरह ग्राम प्रधान की ओर से विधायक निधि का प्रतीक्षालय अपने ही मकान पर बनाया गया है।

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मरोड़ा गांव में विकास कार्यो में अनियमितता संबधी शिकायत के बाद जिलाधिकारी चमोली के निर्देश पर स्थलीय निरीक्षण किया गया। अधिकांश निर्माण कार्य एमबी व इस्टीमेट तैयार कर किए गए हैं। मृतक के पुत्र को कार्य का भुगतान किया गया है और जांच की वीडियो रिकार्डिग की गई है। ग्राम प्रधान वर्तमान में आशा कार्यकर्ता पद पर है, यह शिकायत सही है। लेकिन, इस संबंध में ग्रामीणों ने कोई कार्रवाई न करने का लिखित समझौता सौंपा है। जांच रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र मुख्य विकास अधिकारी चमोली को प्रेषित कर दी जाएगी।

हरीश आर्य, जिला पंचायती राज अधिकारी चमोली, जांच अधिकारी

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डीपीआरओ की ओर से जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। मामले की गहनता से पड़ताल के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

हंसादत्त पांडे, सीडीओ, चमोली

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