अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी को तीन हजार की सहायता पर भड़के वामपंथी

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: मूल रूप से चमोली जिले के गंगोलगांव निवासी अन्तर्राष्ट्रीय एथलीट मनीष रावत को

By Edited By: Publish:Fri, 27 May 2016 05:22 PM (IST) Updated:Fri, 27 May 2016 05:22 PM (IST)
अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी को तीन हजार की सहायता पर भड़के वामपंथी

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: मूल रूप से चमोली जिले के गंगोलगांव निवासी अन्तर्राष्ट्रीय एथलीट मनीष रावत को सहायता के रूप में राज्य सरकार द्वारा मात्र तीन हजार रुपए की राशि दिए जाने पर वामपंथियों ने आक्रोश जताया है। वामपंथियों का कहना है कि यदि सरकार विधायकों को चाय पानी के नाम पर एक करोड़ दे सकती है तो विश्व में भारत व उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी के साथ ऐसा मजाक क्यों।

भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य इंद्रेश मैखुरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड के अंतर्राष्ट्रीय एथलीट मनीष रावत को सहायता के रूप में तीन हजार रुपये का चेक दिया है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले इस खिलाड़ी को इतनी कम प्रोत्साहन राशि देना शर्मनाक है। जो खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड व देश का नाम रोशन कर रहा है उसे सहायता के रूप में मामूली राशि देना सरकार के लिए शर्म की बात है। यह राशि इस खिलाड़ी हो प्रोत्साहित करने के बजाए हतोत्साहित कर सकती है। श्री मैखुरी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अपनी सरकार को बचाने के लिए विधायकों को 30 लाख से एक करोड़ रुपये बतौर चाय पानी का खर्चा दे सकते हैं तो एथलीट के लिए क्यों नहीं। उन्होंने मांग की है कि या तो राज्य सरकार मनीष के प्रशिक्षण का पूरा खर्च वहन करे या दी गई मामूली राशि को भी वापस ले।

chat bot
आपका साथी