अब बागेश्वर में बहेगी दूध की गंगा
पशुपालन विभाग अब गायों को कृत्रिम गर्भ धारण कराएगा। इसके लिए पूना से कृत्रिम सीमेंन जिले में पहुंच चुके हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: पशुपालन विभाग अब देशी गायों से सिर्फ बछिया ही पैदा करा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिला प्लान में देशी गाय के कृत्रिम गर्भाधान का बजट आवंटित हुआ है। करीब 3.50 लाख रुपये कृत्रिम गर्भाधान पर व्यय करने का लक्ष्य है। पूना से सीमेंस की 495 डोज यहां पहुंच गईं हैं। पशुओं के सामूहिक गर्भाधान का निर्णय लिया गया है। हारमोंस का इंजेक्शन करीब 20 गायों को एक साथ लगाने का निर्णय लिया गया है। जिससे 90 प्रतिशत बछिया पैदा करने का लक्ष्य है। ढ़ाई साल के बाद यह बछिया गर्भाधान के अनुकूल होंगी और तब नस्ल में सुधार होगा। रेड सिधी, साहीवाल, गिर आदि देशी गायों पर इस सीमन का उपयोग करने का निर्णय है। पशुपालन विभाग का लक्ष्य है कि नस्ल सुधार करने के बाद जिला अन्य जिलों के लिए नजीर बने।
-----------
पहाड़ी गायों की नस्ल में सुधार का निर्णय
पशु पालन विभाग ने पहाड़ी गायों के नस्ल में सुधार के लिए यह अहम कदम उठाया है। 90 गायों को कृत्रिम गर्भाधान किया गया है। जिसमें 90 प्रतिशत बछिया पैदा करने का लक्ष्य है और दूध के उत्पादन बढ़ाने में विभाग इसे अहम मान रहा है।
----------
बेसहारा मवेशियों में आएगी कमी
पशुपालन विभाग के अनुसार बेसहारा मवेशियों में कमी आएगी। शहरों में घूम रहे मवेशियों में कमी आएगी। बछड़ा पालने का खर्च भी पशुपालक पर कम होगा।
--------
200 रुपये में सिमेंस
पशुपालक को गायों में कृत्रिम गर्भाधान के लिए 200 रुपये में सिमेंस की एक डोज दी जा रही है। हालांकि एक डोज की कीमत 1100 रुपये है। जिसमें 400 रुपये केंद्र सरकार, 300 रुपये राज्य सरकार और 200 रुपये पशुपालन विभाग जिला योजना से पशुपालक को अनुदान दे रहा है।
-वर्जन-
पायलट प्रोजेक्ट के तहत गायों में कृत्रिम गर्भाधान किया जा रहा है। करीब दस माह के भीतर पशु पालकों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। 495 डोज पशुपालन के पास पहुंच गई है और 90 गायों का कृत्रिम गर्भाधान किया गया है।
-डा. उदय शंकर, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, बागेश्वर।