बाल विकास कार्यालय पर गरजीं आंगनबाड़ी वर्कर
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बाल विकास कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बाल विकास कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। दस सूत्रीय मांगों का अभी तक निदान नहीं होने से कार्यकर्ताओं ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मुख्य सेविका के पद पर पदोन्नति की मांग की। ऐसा नहीं होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी।
शुक्रवार को बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बाल विकास कार्यालय पर एकत्र हुए। उन्होंने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ताओं का सरकार मानदेय नहीं बढ़ा रही है। मुख्य सेविका के पदों पर रोक लगा दी गई है। जिसके कारण 20-30 सालों से सेवा दे रहे कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय किया जा रहा है। मिनी केंद्रों को उच्चीकृत कर समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। सहायिकाओं के मानदेय में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों में ढ़ाई साल के बच्चों के नाम दर्ज कराए जाएं और केंद्र को प्राइमरी का दर्जा दिया जाए। शीतकालीन, ग्रीष्मकालीन अवकाश, दीपावली बोनस देने की मांग की। उन्होंने यात्रा भत्ता देने, सेवानिवृत होने पर महिला कोष की धनराशि तुरंत देने, धरने के दौरान कटे हुए मानदेय का भुगतान करने की मांग की।
इस मौके पर पुष्पा टम्टा, लीला आर्य, मरियम डेविड, देवकी रावत, राहिला तबस्सुम, सोनी आर्य, मुन्नी आर्य, नीमा खेतवाल, मुन्नी पांडे, सरिता टम्टा, गीता पांडे, शशि पांडे, रजनी, नीमा जोशी आदि मौजूद थे।
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गरुड़ में भी धरना प्रदर्शन, सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
---फोटो:-11बीएजीपी 08 संवाद सूत्र, गरुड़: आंगनबाड़ी वर्कर, सहायिका व मिनी कार्यकर्ताओं ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और बाल विकास कार्यालय के आगे धरना दिया। इस मौके पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
ब्लाक अध्यक्ष नीमा गोस्वामी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी, सहायिका और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बाल विकास कार्यालय में एकत्र हुई। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार उनका मानदेय नहीं बढ़ा रही है। सरकार द्वारा मुख्य सेविका पदों में पदोन्नति पर रोक लगा दी गई है, यह 20- 30 वर्षों से सेवा दे रही बहनों के साथ घोर अन्याय है।कहा कि संगठन चाहता है कि 20 वर्षों से सेवा दे रही बहनों को वरिष्ठता के आधार पर उनके मानदेय में बढ़ोतरी की जाए। मिनी केंद्रों को उच्चीकृत कर समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों में ढाई साल के बच्चों के नाम दर्ज कराए जाएं और आंगनबाड़ी केंद्र को प्राइमरी का दर्जा दिया जाए। शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश प्राइमरी स्कूल की भांति आंगनबाड़ी केंद्रों को भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दीपावली बोनस दिया गया था, लेकिन विगत वर्षों से दीपावली बोनस नहीं दिया जा रहा है।
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष विमला कोहली, जिलाध्यक्ष भगवती जोशी, पूजा सजवाण, किरण मिश्रा, आनन्दी बड़सीला, चेतना मिश्रा, गीता आर्या, भगवती आर्या, उमा जोशी, चंपा अलमिया, भावना पांगती, जानकी भट्ट, ममता रावत, हेमा भाकुनी, बीना दोसाद समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थी।
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मांगों को लेकर सीएम को भेजा ज्ञापन
संवाद सूत्र,कपकोट: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सेविका, मिनी कर्मचारी संगठन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने मुख्य सेविका के पद पर पदोन्नति की मांग की है। साथ ही दीपावली बोनस नहीं मिलने पर आक्रोश जताया है। मांग जल्द से जल्द पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। ब्लाक अध्यक्ष कमला दानू के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लंबित समस्याओं का निराकरण करने की मांग की है। प्रांतीय आह्वान पर शुक्रवार को ज्ञापन एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया। कहा कि समान कार्य के लिए समान मानदेय नहीं मिल रहा है। मुख्य सेविका पद पर पदोन्नति भी नहीं हो सकी है। दीपावली का बोनस अभी तक नहीं दिया गया है। महिला कल्याण कोष की धनराशि, यात्रा भत्ता, शीतकालीन, ग्रीष्मकालीन अवकाश आदि पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस मौके पर हंसी ऐठानी, चंपा ऐठानी, चंपा पांडे, दीपा पांडे, किरन गढि़या, गीता शाही, मुन्नी फत्र्याल, नीमा शाही, सरस्वती शाही आदि मौजूद थे।