बर्फीली हवाएं चलने से ठिठुरन में इजाफा

बागेश्वर में बर्फबारी के बाद मंगलवार को धूप खिली। लेकिन बर्फीली हवाएं चलने से ठंड में इजाफा हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Dec 2020 10:57 PM (IST) Updated:Tue, 29 Dec 2020 10:57 PM (IST)
बर्फीली हवाएं चलने से ठिठुरन में इजाफा
बर्फीली हवाएं चलने से ठिठुरन में इजाफा

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बर्फबारी के बाद मंगलवार को धूप खिली। लेकिन बर्फीली हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई है। घाटी वाले क्षेत्रों में सुबह देर तक कोहरा छाया रहा और रात को आसमान साफ होने से जमकर पाला गिरा। जिससे तापमान तीन डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। लोगों ने घरों को गरम रखने के लिए अलाव आदि जलाए।

जिले में बारिश अभी भी औसतन कम हुई है। सिचाई विभाग के आंकड़ों के अनुसार छह एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। लेकिन यह फसल के लिए मुफीद नहीं है। जिससे किसानों के सामने सिचाई के पानी का भी संकट पैदा हो गया है। वहीं, पाला गिरने से सब्जियों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचने लगा है। पालक, मेथी, लाही, गोभी, मटर समेत अन्य सब्जियां खराब होने के कगार पर पहुंच गई हैं। जबकि पाला गिरने से हरी सब्जियां पूरी तरह झुलस भी गईं हैं। किसानों के सामने मौसम ने सबसे बड़ी दिक्कत खड़ी कर दी है। वहीं, बर्फीली हवाएं चलने से सुबह-शाम पारा लगातार लुढ़क रहा है। जिससे नवजात शिशुओं के बीमार पड़ने की आशंका तेज हो गई है। जिला अस्पताल में तैनात डा. पंकज पंत ने कहा कि नवजात बच्चों को ठंड से बचाने के प्रयास करें। उन्हें मां का दूध ही पिलाएं और अन्य पेय पदार्थ देने से बचें। इधर, दस बजे बाद धूप खिलने से दिन में लोगों को ठंड से थोड़ा राहत मिली। वहीं, हिमालय से सटे गांव खाती, समडर, जांतोली, कुंवारी, कर्मी, बदियाकोट, काफली-कमेड़ा, शामा, धरमघर आदि स्थानों पर पारा शून्य डिग्री पहुंच गया है। जिससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। इधर, जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार अभी धूप खिलने के आसार हैं।

chat bot
आपका साथी