वाहनों के जरिये पानी ढोकर प्यास बुझा रहे ग्रामीण

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी पर नावली क्षेत्र से तमाम गावों के वाशिंदों की प्यास बुझाने को बनी शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना एक सप्ताह बाद भी दुरुस्त नहीं हो सकी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 10:17 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 10:17 PM (IST)
वाहनों के जरिये पानी ढोकर प्यास बुझा रहे ग्रामीण
वाहनों के जरिये पानी ढोकर प्यास बुझा रहे ग्रामीण

संवाद सहयोगी, रानीखेत : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी पर नावली क्षेत्र से तमाम गावों के वाशिदों की प्यास बुझाने को बनी शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना एक सप्ताह बाद भी दुरुस्त नहीं हो सकी है। पंप का स्टार्टर ठीक होने के बाद अब ट्रासफार्मर में तकनीकी खराबी आने से पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। संबंधित विभाग गावों को वाहनों के जरिए पेयजल की आपूर्ति में जुटा है।

सप्ताह भर पूर्व शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना में तकनीकी खराबी आ जाने से 15 से ज्यादा गावों की पेयजल आपूर्ति ठप हो गई थी। संबंधित विभाग के कार्मिक योजना को दुरुस्त करने में जुटे रहे। योजना के पंप का स्टार्टर दुरुस्त कर लिया गया पर अब ट्रासफार्मर में तकनीकी खराबी आने से पेयजल आपूर्ति एक बार बाधित हो गई है जिस कारण ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

स्टेट हाईवे से सटे पातली, खुशालकोट, कोटखुशाल, कनार, बोहरागाव, मलौना, स्यू आदि तमाम गावों को हाईवे पर स्थित लोहाली जल स्त्रोत से वाहनों के जरिए पानी की आपूर्ति की जा रही है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो रोजाना चार डंपरों के माध्यम से चौबीस हजार लीटर पानी की आपूर्ति गावों को की जा रही है। इधर ग्रामीणों ने योजना को दुरुस्त किए जाने की माग उठाई है। चेतावनी दी है कि जल्द पेयजल योजना को दुरुस्त नहीं किया गया तो संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा। इधर जल संस्थान के अवर अभियंता केएल साह के अनुसार योजना को दुरुस्त करने के लिए गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। जल्द ही पेयजल व्यवस्था सुचारू कर दी जाएगी। यदि गावों में पेयजल संकट बढ़ा तो और वाहन लगा आपूर्ति बढ़ाई जाएगी।

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