..तो मिल पाएंगे तीन ग्राम पंचायतों को प्रधान

त्रिस्तरीय पंचायत के अंतर्गत विकास खंड में तीन ग्राम प्रधान व 487 ग्राम पंचायत वार्ड मेंबरों के खाली पदों के लिए उप चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 11:16 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 11:16 PM (IST)
..तो मिल पाएंगे तीन ग्राम पंचायतों को प्रधान
..तो मिल पाएंगे तीन ग्राम पंचायतों को प्रधान

संवाद सहयोगी, चौखुटिया : त्रिस्तरीय पंचायत के अंतर्गत विकास खंड में तीन ग्राम प्रधान व 487 ग्राम पंचायत वार्ड मेंबरों के खाली पदों के लिए उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें वार्ड मेंबरों के लिए नाम निर्देशन प्रपत्रों की बिक्री तो चल रही है, लेकिन ग्राम प्रधान के लिए अभी तक किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन पत्र नहीं खरीदा है। ऐसे में आशंका है कि इन गांवों में फिर प्रधान का चुनाव नहीं हो पाएगा।

विदित हो कि गत अक्टूबर में संपन्न आम पंचायत चुनाव में आरक्षण व्यवस्था व शैक्षिक योग्यता की बाध्यता के चलते ग्राम पंचायत बोहरागांव, जैंठा व माड़कुबाखल में प्रदान पद रिक्त रह गए थे। बोहरा गांव व जैंठा में प्रधान पद अनुसूचित जाति व माडकुबाखल में अन्य पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित है। मिली जानकारी के अनुसार बोहरागांव में अनुसूचित जाति के दो परिवार बसे हैं। इनमें एक परिवार पहले ही पलायन कर गया है।

दूसरे परिवार में चार मतदाता तो हैं, लेकिन वे भी कुछ समय पूर्व बाहर चले गए हैं। हालांकि इनका घर में आना जाना है, लेकिन प्रधान बनने के कोई इच्छुक न होने से पद खाली रहा। पूर्व प्रधान चंदन सिंह ने बताया कि उप चुनाव में भी कोई प्रधान के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में फिर से यहां पद खाली रह जाने की संभावना है। जैंठा में भी यही स्थिति है। अब उप चुनाव में एक व्यक्ति मोहन राम दिल्ली से प्रधान के लिए गांव पहुंचे हैं, लेकिन मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है। वह नाम चढ़ाने के जुगत में लगे हैं।

माड़कुबाखल ग्राम पंचायत में पिछड़ी जाति के चार परिवार तो रहते हैं, मगर शिक्षा के मानक में कोई भी महिला योग्य न होने से पद रिक्त है। इस उपचुनाव में भी स्थिति बदली नहीं है। ऐसे में प्रधान के लिए फिर असमंजस की स्थिति बनी है। ग्राम पंचायत में इसके लिए जोड़ तोड़ जरूर चल रहा है, लेकिन अभी तक किसी ने दावेदारी नहीं की है। नामांकन की आखिरी तिथि 10 दिसंबर को है। मांग उठ रही है कि ऐसे ग्राम पंचायत जहां प्रधान नहीं मिल पा रहे हैं, वहां आरक्षण में बदलाव किया जाए।

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उपचुनाव में भी ग्राम प्रधान नहीं चुने जाने पर शासन को रिपोर्ट दे दी जाएगी। प्राप्त निर्देशों के अनुसार ही अगला अगला कदम उठाया जाएगा, लेकिन पंच चुने जा सकते हैं। -बृजमोहन गुरूरानी खंड विकास अधिकारी चौखुटिया।

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