आर्थिक उन्‍नति में वनों का रहा विशेष योगदान: प्रकाश जावेडकर

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा कि आर्थिक उन्‍नति में वनों का विशेष योगदान रहा है। यह बात उन्‍होंने पं. गोविंद बल्‍लभ पंत की जयंती के मौके पर जीबी पंत हिमालय एवं पर्यावरण शोध संस्‍थान में आयो‍जित कार्यशाला में कही।

By sunil negiEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2015 06:34 PM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2015 06:51 PM (IST)
आर्थिक उन्‍नति में वनों का रहा विशेष योगदान: प्रकाश जावेडकर

अल्मोड़ा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा कि आर्थिक उन्नति में वनों का विशेष योगदान रहा है। यह बात उन्होंने पं. गोविंद बल्लभ पंत की जयंती के मौके पर जीबी पंत हिमालय एवं पर्यावरण शोध संस्थान में आयोजित कार्यशाला में कही।
अल्मोड़ा से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जीबी पंत हिमालय एवं पर्यावरण शोध संस्थान में पं गोविंद बल्लभ पंत की जयंती के मौके पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान अध्यक्षता करते हुए प्रकाश जावेडकर ने कहा कि 27 वर्ष पहले स्थापित इस संस्थान की ओर से अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसे देखते हुए इस संस्थान को राष्टीय स्तर का संस्थान बनाने का प्रयास किया जाएगा। जावडेकर ने कहा कि 12 हिमालयी राज्यों को इस संस्थान का लाभ मिल सके, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए जब तक हम सर्वांगीण विकास की सोच को लेकर आगे नहीं बढेगे तब तक सार्थक परिणाम की उम्मीद नहीं की जा सकती।
इस दौरान इंटरनेशल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट काठमांडू के महानिदेशक डॉ डेविड मोल्डन ने व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि हिमालय को बचाने के लिए गंभीरता से प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिमालय पयार्वरण संस्थान ने अब तक जो शोध किए हैं, उनसे प्रेरणा लेकर कार्य करने की जरूरत है। मोल्डन ने कहा कि हिमालय और पर्यावरण के क्षेत्र में आगे बढने की जरूरत है।
इस दौरान कार्यक्रम में नैनीताल के सांसद भगत सिंह कोश्यारी, अल्मोडा व पिथौरागढ़ के सांसद अजय टम्टा, समेत मंत्रालय के सचिव अशोक लवासा ने भी भाग लिया। देर शाम कार्यक्रम के अतिथि प्रकाश जावेडकर दिल्ली रवाना हो गए।
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