स्याही देवी में रिकॉर्ड बर्फबारी व हिमकणों की बरसात
संवद सहयोगी, रानीखेत : पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम के पहले हिमपात ने जहां दम तोड़ते जलस्रोतों को संजी
संवद सहयोगी, रानीखेत : पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम के पहले हिमपात ने जहां दम तोड़ते जलस्रोतों को संजीवनी दी है, वहीं प्यासे खेतों को भी संजीवनी का काम किया है। रानीखेत के पर्यटन स्थल स्याही देवी की पहाड़ी पर कुमाऊं में सबसे ज्यादा तीन इंच बर्फबारी के साथ ही रिकॉर्ड चार से पांच इंच हिमकणों की बरसात हुई है। इसके अलावा भरतकोट की पहाड़ी, दूनागिरि, पांडवखोली में दो से ढाई इंच हिमपात तो चौबटिया में भी एक से डेढ़ इंच बर्फबारी हुई है।
पर्यटन नगरी रानीखेत में मध्य रात्रि बाद से ही बारिश ने सूखे का संकट दूर कर दिया। तड़के चौबटिया में पहले हिमकण बरसे, फिर हिमपात से नजारा खुशनुमा हो गया। यही हाल दूनागगिर, भरतकोट व पांडवखोली की पहाड़ी का भी रहा। खास बात कि रानीखेत से 35 किमी दूर स्याही देवी में सर्वाधिक हिमपात के साथ ही तीन से चार इंच तक हिमकणों की बरसात से तापमान माइनस-5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। देर शाम तक हिमकण बरसने में ही थे। देर रात रानीखेत, चौबटिया आदि क्षेत्रों में अच्छी बर्फबारी की संभावना बनी है।