अल्मोड़ा में हुई कार्यशाला में विशेषज्ञ ने कहा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में काम करें शिक्षक

अल्मोड़ा में आयोजित कार्यशाला में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में कार्य करने पर जोर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Mar 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sun, 21 Mar 2021 10:54 PM (IST)
अल्मोड़ा में हुई कार्यशाला में विशेषज्ञ ने कहा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में काम करें शिक्षक
अल्मोड़ा में हुई कार्यशाला में विशेषज्ञ ने कहा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में काम करें शिक्षक

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : विद्याíथयों को सीखने के प्रतिफल के आधार पर समग्र ज्ञान दिए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए आगे आते हुए शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में गंभीरता पूर्वक काम करना होगा। यह बात डायट के प्राचार्य डा. राजेंद्र सिंह ने शिक्षकों के लिए आयोजित पांच दिवसीय उपलब्धि सर्वेक्षण कार्यशाला के दौरान यहां कही।

उन्होंने कहा कि शिक्षक छात्र हित में कार्य करें तथा राजकीय विद्यालयों में छात्र नामांकन व गुणवत्ता के लिए तत्परता व मनोयोग से कार्य करें। उन्होंने शिक्षकों को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की महत्ता से भी अवगत कराया। कार्यक्रम के समन्वयक गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा कि उपलब्धि सर्वेक्षण के माध्यम से एजूकेशन हेल्थ की जानकारी प्राप्त होती है। जिस क्षेत्र में छात्र उपलब्धि न्यून होती है, उन विषयों में शिक्षक विशेष ध्यान देते हैं। शिक्षकों का आह्वान किया कि प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान व अनुभव को छात्रों तक पहुंचाएं। डा. दीपा जलाल ने विभिन्न प्रकार के प्रश्न पत्रों के निर्माण की जानकारी दी। महेंद्र भंडारी ने कक्षा आधारित सीखने के प्रतिफल पर चर्चा की। प्रवक्ता डा. बीसी पांडे ने कहा कि शिक्षकों को निरंतर कक्षा-कक्ष में आने वाली समस्याओं पर क्रियात्मक शोध करते रहना चाहिए। कार्यशाला में शिक्षकों द्वारा राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण आधारित प्रश्न पत्रों का अभ्यास किया गया तथा सीखने-सिखाने की विधाओं पर समूह के रूप में चर्चा की गई। कार्यशाला में हरीश पांडे, शंकर सिंह, रवींद्र कुमार, सुनीता जोशी, अनीता गोस्वामी, दीपिका बिष्ट मीना रावत, अजीता, ईश्वर प्रसाद गंगवार, हेमलता पांडे, सुरेश चंद्र नैनवाल, लता तिवारी आदि मौजूद रहीं।

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