प्रदेश में टास्क फोर्स के निशाने पर रहेंगे नशे के सौदागर
प्रदेशभर के सभी जनपदों में बालमित्र थाने खोले जाने की कवायद के बीच अब बाल आयोग ने नशे के खिलाफ रणनीति तैयार कर ली है।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : प्रदेशभर के सभी जनपदों में बालमित्र थाने खोले जाने की कवायद के बीच अब बाल आयोग ने नशे के खिलाफ अभियान चलाने पर भी रणनीति तैयार कर ली है। इसके लिए बकायदा सभी जनपदों में विशेष टास्क फोर्स का गठन होगा। इसके लिए बाल आयोग ने तैयारी तेज कर दी है।
पहाड़ों में बढ़ते नशे पर अंकुश लगाने के लिए बाल संरक्षण आयोग ने विशेष अभियान हेतु विभिन्न विभागों को साथ लेकर उनकी जिम्मेदारी तय करने की योजना बना ली है। नौनिहालों को नशे की ओर जाने से रोकने के लिए टास्क फोर्स गठित कर नशे के सौदागरों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। बाल संरक्षण आयोग के अनुसार इसके लिए प्रदेश के सभी तेरह जनपदों में विशेषता टास्क फोर्स का भी गठन किया जाएगा।
====
नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए जाने की भी योजना
बाल आयोग अब नशा मुक्ति केंद्र भी स्थापित करेगा। आबकारी विभाग से मिलने वाले टैक्स से विभिन्न जागरूकता कार्यक्त्रम तथा नशा मुक्ति केंद्र में विशेष सुविधाएं स्थापित की जाएंगी। बकायदा हल्द्वानी व देहरादून से इसकी शुरुआत होगी। राजधानी स्थित बाल संरक्षण आयोग के मुख्यालय से मानीटरिंग भी की जाएगी।
=======================
नशा मुक्ति केंद्रों की भी खंगाली जाएगी कुंडली
प्रदेश में संचालित हो रहे निजी नशा मुक्ति केंद्रों की कुंडली भी खंगालने की योजना प्रस्तावित कर दी गई है। आयोग प्रदेशभर के निजी नशा केंद्रों के कायरें की निगरानी करेगा। साथ ही निजी नशा मुक्ति केंद्रों को अनापत्ति प्रमाण पत्र कहा से मिले हैं तथा नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है या नहीं इसका भी पता लगाया जाएगा।
======================
'नशे पर अंकुश लगाने को बाल आयोग गंभीर है। सभी जनपदों में टास्क फोर्स का गठन कर नोडल अधिकारी के माध्यम से रोजाना मानीटरिंग की जाएगी। नशे के सौदागरों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। हल्द्वानी व देहरादून से नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने की शुरुआत की जा रही है।
- ऊषा नेगी, अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग देहरादून।'