जिंदा को दर्शाया मृत और फिर बेच डाली जमीन

संवाद सहयोगी रानीखेत नाम बदल कर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना रहा हो या सबसे बडे़ 500 कर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Sep 2019 11:02 PM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 11:02 PM (IST)
जिंदा को दर्शाया मृत और फिर बेच डाली जमीन
जिंदा को दर्शाया मृत और फिर बेच डाली जमीन

संवाद सहयोगी, रानीखेत : नाम बदल कर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना रहा हो या सबसे बडे़ 500 करोड़ के एनएच-74 घोटाले में फर्जी ढंग से कृषि भूमि को व्यवसायिक कर लाभ उठाने का मामला किसी से छुपा नहीं है। भू-माफियाओं ने जिंदा व्यक्ति को मृत दर्शा पहले खतौनी से नाम हटवा दिया और फिर उस भूमि को हल्द्वानी निवासी व्यक्ति को बेच दिया। भूमि के असल वारिसों को जब इस खेल की भनक लगी तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। सुदूर गाव में ऐसा पहला मामला सामने आने से हड़कंप मचा है।

चौंका देने वाला मामला ताड़ीखेत ब्लॉक के डडोली ग्राम पंचायत के सुयाल मटियाली का है। गाव के रमेश तिवाड़ी, पिताबर दत्त, चंद्रशेखर व महेश दत्त सभी पुत्रगण मथुरा दत्त की सुयाल मटियाली तोक में संयुक्त खाते की जमीन है। बीते दिनों जब परिवार में सबसे छोटे महेश दत्त किसी काम से खतौनी निकालने तहसील गए तो खतौनी में परिवार के सबसे बड़े भाई रमेश का नाम ना देख दंग रह गए। मामले की खोजबीन की तो पता चला कि गाव के ही स्वर्गीय रमेश तिवाड़ी पुत्र मथुरा दत्त के बच्चों के नाम उनकी जमीन चढ़ा दी गई। जबकि जमीन के असल हकदार रमेश तिवाड़ी अभी जीवित हैं और अपने बेटे व पत्‍‌नी के साथ लालकुआ में रहते हैं। यह बात भी सामने आई की जमीन के कागजातों में हेरफेर के साथ जमीन की रजिस्ट्री दूसरे व्यक्ति के नाम कर बेच भी डाली गई है।

==================

भू माफियाओं ने उठाया गाव में एक जैसे नामों का फायदा

गाव के दूसरे परिवार के मृतक रमेश तिवाड़ी की पत्‍‌नी इंदिरा देवी, बेटे भुवन चंद्र व भरतेश चंद्र के नाम पर पहले भूमि दर्ज करवाई गई। यही नहीं भूमाफिया ने पिता पुत्र के एक जैसे नामों का लाभ उठा कागजों में ही हेरफेर नहीं की बल्कि भोटिया पड़ाव (हल्द्वानी) निवासी व्यक्ति को जमीन बेच भी डाली। जबकि जमीन के असल हकदार लालकुआ दुग्ध डेयरी से सेवानिवृत्त रमेश तिवाड़ी अपने बेटे व पत्‍‌नी के साथ लालकुआ में ही रहते हैं।

===================

हजारों में खरीदी, बेच डाली लाखों में

एक जैसे नामों का फायदा उठाने के लिए बड़ा षड्यंत्र रचा गया। सुयाल मटियाली क्षेत्र में करीब 0.153 हेक्टेयर (7 नाली10 मुठ्ठी) क्षेत्र की भूमि को पहले भू माफियाओं के एजेंटों ने बड़ी साफगोई के साथ भू-स्वामियों के नाम बदलवाए फिर मृतक परिवार से औने पौने दामों में जमीन का सौदा कर लाखों करोड़ों में जमीन को बेच डाला।

==================

पीड़ित परिवार ने लगाई न्याय की गुहार

भू माफियाओं ने हेराफेरी करने में ज्यादा जल्दी नहीं दिखाई। वर्ष 2007 में पहले कागजों में हेरफेर की गई उसके बाद वर्ष 2010 में भोटिया पड़ाव (हल्द्वानी) निवासी व्यक्ति को लाखों में जमीन का सौदा कर रजिस्ट्री भी कर दी गई। जमीन के असल मालिक रमेश तिवाड़ी, पिताबर दत्त,चंद्रशेखर व महेश दत्त ने प्रशासन से मामले में न्यायोचित कार्रवाई कर दोषियों को दंडित किए जाने की माग की है।

=================

'मामले की जाच की जाएगी। प्रभावित परिवार को सिविल कोर्ट में रजिस्ट्री निरस्तीकरण को आवेदन करना होगा ताकि कार्रवाई की जा सके। धोखाधड़ी में मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है।

-एनएस भंडारी, संयुक्त मजिस्ट्रेट'

chat bot
आपका साथी