..और दूसरे हमले में हीरा देवी की किस्मत दे गई धोखा

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : शायद दूसरी बार हीरा देवी की किस्मत दगा दे गई। बीते रविवार शाम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Dec 2018 10:45 PM (IST) Updated:Tue, 18 Dec 2018 10:45 PM (IST)
..और दूसरे हमले में हीरा देवी की किस्मत दे गई धोखा
..और दूसरे हमले में हीरा देवी की किस्मत दे गई धोखा

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : शायद दूसरी बार हीरा देवी की किस्मत दगा दे गई। बीते रविवार शाम को घर के आंगन में घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर बड़ी तेज से हमला किया था। तब हीरा देवी ने हिम्मत जुटाकर गुलदार का मुकाबला ही नहीं किया बल्कि शोर भी मचाया। आसपड़ोस के लोग जुटे तो गुलदार खेतों की ओर उतर गया। मगर अपनी प्रवृत्ति के अनुरूप गुलदार 12 घंटे से पहले ही दड़माड़ गांव के आसपास डेरा जमा महिला पर दूसरी बार झपटा और उसे शिकार बना डाला।

बमनगांव के दड़माड़ तोक (चौखुटिया) निवासी हीरा देवी पर इसी गुलदार ने दूसरी बाल हमला किया था। मृतका की देवरानी भारती देवी के मुताबिक बीती रविवार शाम को जेठानी हीरा देवी आंगन में काम निपटा रही थीं तभी गुलदार झपट पड़ा, तब किस्मत से बच निकली। बीते सोमवार की सुबह वह करीब दस बजे कुछ ही दूर खेतों में घास काटने चली गई थी। शाम को जब वह नहीं लौटी तो जीआइसी पटलगांव में तैनात पति जसौद सिंह फोन पर पूछा गया। मंगलवार को ग्रामीण खेतों की तरफ गए तो मौके पर चार ही गट्ठे पड़े थे। हैरत में पड़े ग्रामीणों को पहले पहाड़ी से गिरने की आशंका हुई। तभी सामने पुरिया गजार की झाडि़यों की ओर बढ़े तो वहां क्षत विक्षत शव मिला। घटना स्थल गांव से करीब ढाई सौ मीटर की दूरी पर है। माना जा रहा है कि गुलदार दिन में ही घास काट रही हीरा देवी पर झपटा। फिर घसीट कर पुरिया गजार की झाडि़यों तक ले गया।

============

कई गांवों में है आतंक

क्षेत्र के नौबड़ा, डंगरखोला, सीमापानी दड़माड़ में लंबे समय से गुलदार का आतंक मचा था। कई मवेशियों को वह अपना निवाला बना चुका था।

chat bot
आपका साथी