डगमगाती गृहस्थी की थामी पतवार, नमकीन के रोजगार से लगाई कईयों की नैया पार
वह घर-गृहस्थी के कार्यों में उलझी रहता थी। पति की कमाई बहुत कम थी लिहाजा परिवार चलाने में पहले ही दिक्कत आ रही थी। इस बीच कालीन उद्योग में आई गिरावट के बाद काम मिलना कम हुआ तो आर्थिक तंगी ने संकट खड़ा कर दिया।
भदोही, जेएनएन। पति कालीन के छोटे-मोटे कार्य कर रहे थे। वह घर-गृहस्थी के कार्यों में उलझी रहता थी। पति की कमाई बहुत कम थी, लिहाजा परिवार चलाने में पहले ही दिक्कत आ रही थी। इस बीच कालीन उद्योग में आई गिरावट के बाद काम मिलना कम हुआ तो आर्थिक तंगी ने संकट खड़ा कर दिया। ऐसे मुश्किल वक्त में डगमतागी गृहस्थी की पतवार थाम कर डीघ ब्लाक क्षेत्र के गोधना गांव निवासी सुरेश कुमार मोदनवाल की पत्नी प्रभावती मोदनवाल ने नमकीन बनाने के कारोबार से गृहस्थी की नैया पार लगाई। आज वह नमकीन के कारोबार से होने वाले आय से न सिर्फ अपनी गृहस्थी संवार रही हैं बल्कि कई अन्य महिलाओं को भी जोड़कर उनके लिए भी रोजगार का सहारा बन चुकी हैं। आज वह जहां 15,000 रुपये का आय अर्जित कर रही हैं तो उनसे जुड़ी सात अन्य महिलाएं भी छह से सात हजार रुपये हासिल कर ले रही हैं।
मायके में नमकीन बनते देख बढ़ा हौंसला
जौनपुर जनपद के रामपुर स्थित अपने मायके में एक परिवार में नमकीन बनते देख प्रभावती को स्वरोजगार की राह दिखी। नमकीन बनाकर पति का सहारा बनने की ठानी और 2017 में छोटी सी पूंजी लगाकर नमकीन बनाकर बेचने का काम शुरू किया। पति ने भी सहयोग देना शुरू किया तो मेहनत व लगन रंग लाई। आज प्रति माह करीब 20 कुंतल नमकीन बिक्री का कारोबार पहुंच चुका है। नमकीन की पहचान कायम हो चुकी है।
तैयार हो रही कई वेरायटी नमकीन
शुरू में सेव व मूगफली के दानों से नमकीन तैयार की। जैसे -जैसे मांग बढ़ती गई वेरायटी भी बढ़ती गई। आज मिक्स नमकीन, भुजिया, दलिया सहित कई तरह की नमकीन बना रही हैं। प्रभावती के साथ सरिता देवी, सुनीता देवी, शशि, रिंकी, अंकिता, सावित्री भी उनके साथ जुड़कर खुद को आत्मनिर्भर बनाकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।