ग्राम बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष होंगे ग्राम प्रधान, वाराणसी के आराजीलाइन समिति का किया गया पुर्नगठन

वाराणसी आराजी लाइन ब्लॉक के बेनीपुर ग्राम पंचायत स्थित प्राइमरी विद्यालय प्रथम में ग्राम बाल संरक्षण समिति के पुनर्गठन बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 08 Sep 2020 11:09 PM (IST) Updated:Tue, 08 Sep 2020 11:09 PM (IST)
ग्राम बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष होंगे ग्राम प्रधान, वाराणसी के आराजीलाइन समिति का किया गया पुर्नगठन
ग्राम बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष होंगे ग्राम प्रधान, वाराणसी के आराजीलाइन समिति का किया गया पुर्नगठन

वाराणसी, जेएनएन। महिला कल्याण विभाग व जिला बाल संरक्षण इकाई की ओर से आराजी लाइन ब्लॉक के बेनीपुर ग्राम पंचायत स्थित प्राइमरी विद्यालय प्रथम में ग्राम बाल संरक्षण समिति के पुनर्गठन  बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया।

बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह ने समिति की संरचना एवं गठन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया इसमें प्रधान अध्यक्ष होंगे, एक एक्टिव आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सचिव होंगी, प्रधानाध्यापक सदस्य होंगे, आशा एवं ग्राम पंचायत अधिकारी, अभिभावक, बालक- बालिका को मिलाकर कम से कम 10 से 12 की संख्या होगी।  समिति की यह जिम्मेदारी है कि गांव में बाल विवाह,  बाल श्रम,  बच्चों के साथ यौन शोषण, के मुद्दों को चिन्हित कर कार्य करना है।  साथ ही बेसहारा बच्चों, बाल श्रमिक ,गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चे,जिनके माता पिता जिला कारागार में बंद हों, ऐसे बच्चे जिनके परिवार की  वार्षिक आय 46080 से अधिक न हो। उसके दो बच्चों को 2000 प्रतिमाह कम से कम 1 वर्ष से  3 वर्ष तक सहायता की जाएगी। इस दौरान उन्होंने  बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया को कानूनी रूप से ही लेने की बात कही। मौखिक रूप से गोद लेना अपराध में माना जाता है। इस कमेटी द्वारा ग्राम स्तर पर ज्यादा से ज्यादा जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन करने, ड्रॉप आउट बच्चों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी दी गई । प्रो. संजय ने भी बाल संरक्षण को लेकर बाल विवाह, यौन शोषण, महिला हिंसा, भेदभाव, लैंगिक असमानता के मुद्दे पर जानकारी दी ।

अब  सचिव काली पट्टी बांध कर करेंगे कार्य

अधिकारियों द्वारा उत्पीडऩ तथा आए दिन सहकारी समिति के सचिवों के निलंबन और मुकदमे दर्ज कराने से आजिज आकर सहकारी समिति के सचिवों ने मंगलवार को विधायक डा. अवधेश सिंह तथा सहायक आयुक्त सहकारिता वीके सिंह को पत्रक सौंपा। साथ ही शासन प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की।

सचिव पत्रक देने के बाद हरहुआ बाजार में जुटे। सभा की। इस दौरान सचिव संगठन के नेता ऋषि सिंह और अनिल दूबे ने कहा कि उत्पीडऩ बंद नहीं होने तक सचिव काली पट्टी बांध कर कार्य करेंगे। नेताद्वय ने निलंबित सचिवों का निलंबन व कुछ लोगों पर दर्ज प्राथमिकी तत्काल वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि सचिवों का उत्पीडऩ बंद नहीं हुआ तो संगठन आंदोलन को बाध्य होगा।

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