वाराणसी पुलिस फोन पर 'गंदीबात' जैसे मामलों में कार्रवाई के बजाय देती है नंबर ब्लाक करने की सलाह
पिछले दो सालों से एक व्यक्ति द्वारा यौन शोषण करने के साथ ही जान से मारने की धमकी से परेशान महिला का पुलिस भी साथ नहीं दे रही।
वाराणसी, जेएनएन। पिछले दो सालों से एक व्यक्ति द्वारा यौन शोषण करने के साथ ही जान से मारने की धमकी से परेशान महिला का पुलिस भी साथ नहीं दे रही। वह बार बार थाने का चक्कर काटती है ताकि उस व्यक्ति को पुलिस गिरफ्तार करे, मगर ऐसा नहीं होता। वह लगातार मोबाइल पर कॉल कर महिला को जान से मारने की धमकी देता है जिससे अजिज महिला ने दो सालों में तकरीबन 1400 नंबर बदल डाले। मगर पुलिस उसे कॉल ब्लाक करने की हिदायत दे रही है।
पांडेयपुर निवासी निशा काल्पनिक नाम का मुगलसराय निवासी राजेश मिश्रा दो सालों से यौन शोषण कर रहा है। दो साल पहले निशा को नशीला पदार्थ धोखे से खिलाने के बाद राजेश ने महिला का यौन शोषण कर वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देता है। फेक फेसबुक आईडी बनाकर महिला की फोटो डालकर आपत्तिजनक टिप्पणी भी करता है। धमकी देकर लगातार उसका शारीरिक व मानसिक शोषण कर रहा है। निशा ने बताया अब मेरे पास यही चारा बचा है कि कैंट थाने पर अपने बेटे के साथ जाकर धरना दूंगी और पुलिस से कहूंगी कि हम दोनों को ही जेल में बंद कर दीजिए और मेरा मोबाइल आप ही लेकर नंबर ब्लाक करते रहिए।
पुलिस महिला का एफआईआई भी नहीं लिख रही थी। निशा ने बताया बड़ी मुश्किल से चार अक्टूबर को एफआईआर कैंट पुलिस ने लिखा। पांच अक्टूबर को आधी गवाही ली। छह को मुझे बुलाकर मेडिकल टेस्ट हुआ मगर गवाही नहीं। फिर आठ को किसी तरह गवाही पूरी हुई। दस को पुलिस ने कहा था मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत करेंगे लेकिन फिर टाल दिया। निशा ने बताया लंबा समय बीत गया लेकिन पुलिस राजेश को पकडऩे में लापरवाही कर रही है। पुलिस वाले मेरा फोन तक नहीं उठाते हैं। दो सालों में 1400 मोबाइल नंबर बदल चुकी हूं और पुलिस कॉल ब्लाक करने की हिदायत के अलावा कुछ नहीं कहती।